Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच शब्द बाणों का इस्तेाल बढ़ गया है। अब दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नाम का मतलब झूठ है। वो सच नहीं बोल सकते।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच शब्द बाणों का प्रहार बढ़ गया है। अब दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नाम का मतलब झूठ है। वो सच नहीं बोल सकते।

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल के पुराने कुछ बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि वे बता दें कि किसके प्राण गए और किसका वचन गया। पंजाब में किसके अकाउंट में एक-एक हजार रुपये गए, ये बता दें। दिल्ली लोकसभा चुनाव में उन्होंने सितंबर तक हर महिला के अकाउंट में एक-एक हजार रुपये देने का वादा किया था, कहां आए। यमुना में डुबकी कहां लगाई?

‘शीशमहल’ में लाखों-करोड़ों का सामान लगवाने का पैसा कहां से आया? BJP ने AAP और केजरीवाल से पूछे कई सवाल

इसके आगे उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नाम का मतलब ही झूठ है। वो छल कपट वाला आदमी है। इसके न प्राण की कीमत है, न जुबान की कीमत है और न ही इसके वचन की कीमत है। ये जब भी बोलेंगे झूठ ही बोलेंगे, सच बोल ही नहीं सकते। इनकी जुबान काली है, वो सच्चाई बोलती है। जब ये कहते हैं कि सत्येंद्र जैन गिरफ्तार होंगे, मनीष सिसोदिया गिरफ्तार होंगे या खुद जेल जाएंगे, वो बात इनकी सच होती है।

BJP – AAP पर कांग्रेस ने साधा निशाना

दिल्ली में शीशमहल विवाद को लेकर कांग्रेस पार्टी की तरफ से बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा गया है। कांग्रेस नेता गुरदीप सप्पल ने कहा कि बीजेपी ‘शीशमहल’ विवाद को लेकर आप पर निशाना साध रही है जबकि आप पीएम आवास को लेकर बीजेपी पर हमले बोल रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इन सबके बीच एक तीसरी पार्टी है, कांग्रेस पार्टी। कांग्रेस पार्टी ने 55 साल तक राज किया है और गांधी परिवार के 3 सदस्य प्रधानमंत्री रहे हैं। आज भी अगर आप सोनिया गांधी के निवास पर जाएंगे तो आपको सादगी का एहसास होगा। यह वो परिवार है जिसने अपना आनंद भवन देश के लिए दान कर दिया। यह सिर्फ गांधी परिवार की बात नहीं है, अगर आप मनमोहन सिंह को भी देखें तो उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की गाड़ी नहीं बदली। मनमोहन सिंह ने 10 साल तक उसी गाड़ी का इस्तेमाल किया।