Arvind Kejriwal Bail: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में जमानत दे दी। केजरीवाल शाम होते-होते जेल से बाहर आ गए। उनका जेल से बाहर आना आम आदमी पार्टी के लिए हरियाणा चुनाव के बीच किसी संजीवनी से कम नहीं है। तिहाड़ से लेकर उनके घर तक आप कार्यकर्ताओं को भीड़ देखने को मिली। केजरीवाल के समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर खूब जश्न मनाया और यह आतिशबाजी दिल्ली सरकार के फैसले को धता बता रही है।

दरअसल, केजरीवाल की रिहाई पर आप कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया और वे अपने नेता की रिहाई की खुशी को सेलिब्रेट करते दिखे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जश्न में खूब पटाखे भी फोड़े। अब अहम बात यह है कि दिल्ली में पटाखों पर बैन हैं और हाल ही में इसको लेकर दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने पटाखे बैन होने की बात कही थी। इसके चलते ही सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगे हैं कि आज हुई ये आतिशबाजी नियमों का सरासर उल्लंघन है।

बीजेपी ने बोला गोपाल राय पर हमला

वहीं इस मामले मे बीजेपी के मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर ने बड़ा बयान दिया और कहा कि जेल से एक आरोपी को बेल मिली है, किसी सीएम को नहीं। अगर कोई सीएम रिहा होता तो कल अपने दफ्तर जा रहा होता…ऐसा कुछ नहीं होगा। अब इस मौके पर आप कार्यकर्ता कुछ खास पटाखे लेकर आए हैं जो हवा में ऑक्सीजन छोड़ते हैं। मैं गोपाल राय से पूछना चाहता हूं, जिन्होंने कुछ दिन पहले हमसे कहा था कि पटाखे जलाने से दिल्ली की हवा प्रदूषित हो रही है, क्या ये पटाखे हवा को प्रदूषित नहीं करेंगे?

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केजरीवाल के मंत्री बोले – लोग मना रहे दिवाली

पटाखे बैन होने के बावजूद दिल्ली में केजरीवाल के जेल से जमानत पर रिहा होने पर हुई आतिशबाजी को लेकर मचे बवाल के बीच जब मंत्री सौरभ भारद्वाज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जैसा कि आप देख सकते हैं, दिल्ली के लोग आज दिवाली मना रहे हैं। जैसे भगवान राम अयोध्या लौटे थे, वैसे ही दिल्ली के सीएम भी लौट आए हैं।

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इतना ही नहीं, इस आतिशबाजी को लेकर काफी बवाल मचा और फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा ने कड़ी आलोचना की और कहा कि हम लोग अपने त्योहार पर पटाखे नहीं चला सकते। चाहे वो दिवाली हो गुरपर्व हो मगर, मुख्यमंत्री के जमानत पर बाहर आने पर खुलेआम पटाखे चलाने पर पॉल्यूशन क्या नहीं हो रहा?

उन्होंने कहा कि एक तरफ तो दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों पर बैन लगाने की घोषणा की है। दूसरी तरफ आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत पर रिहाई के अवसर पर कार्यकर्ताओं ने जमकर पटाखे चलाते हुए, नियमों में पलीता लगा दिया।