जम्मू-कश्मीर पर नरेंद्र मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले को लेकर पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी.चिदंबरम के बाद अब एक और कांग्रेसी नेता का विवादित बयान आया है। केंद्रीय मंत्री रह चुके मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी ने जम्मू-कश्मीर को फलीस्तीन में तब्दील कर दिया है। अय्यर ने यह भी दावा किया कि मोदी-शाह ने यह चीज अपने गुरु बेंजामिन नेतान्याहू व यहूदियों से हासिल की है।

जम्मू-कश्मीर पुर्गठन बिल पास होने को लेकर ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के लेख में उन्होंने लिखा, “मोदी-शाह ने हमारी उत्तरी सीमा पर फलीस्तीन बना दिया है। उन्होंने इस काम को अंजाम देने के लिए पहले घाटी में पाकिस्तानी हमले की झूठी कहानी गढ़ी, जिससे वहां अतिरिक्त जवान (लगभग 35 हजार) तैनात किए जा सकें।”

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने लेख में जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि वहां अतिरिक्त जवानों की पोस्टिंग के बाद भारी संख्या में अमरनाथ श्रद्धालुओं व पर्यटकों को घाटी से जाने के लिए कह दिया गया। 400 दुकानदारों को हिरासत में लिया गया। साथ ही संचार सेवाएं भी ठप हैं, जिससे कश्मीरी अन्य जगहों पर रह रहे अपने परिजन-रिश्तेदारों से संपर्क नहीं साध पा रहे थे।

बकौल अय्यर, “मोदी-शाह ने ये सारी चीजें अपने गुरु बेंजामिन नेतान्याहू से सीखी हैं। उन्होंने घाटी के लोगों की स्वतंत्रता और आत्म सम्मान को दबाने का तरीका भी वहीं से जाना-समझा है।” आगे इजराइल का जिक्र करते हुए कांग्रेसी नेता ने लिखा, “इजराइल भी 70 साल से फलीस्तीनियों के खिलाफ बर्बर ऑपरेशन चला रहा है। फलीस्तीनियों की जंग बार-बार कुचली गई, पर वे बार-बार मजबूत होकर खड़े हुए।”

उधर, बीजेपी ने अय्यर के इस बयान पर पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि देश 370 के खात्मे का जश्न मना रहा है। कश्मीरी और लद्दाखवासी भी सुखी हैं और उन्हें यकीन है कि इससे जिंदगी में खुशहाली का माहौल बनेगा। पर ये विलाप मंडली विलाप कर रही है।

बता दें कि अय्यर इससे पहले भी अपने कई बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं, जबकि उनके हालिया बयान से पहले चिदबरम ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर में मुसलमानों की तादाद ज्यादा है, इसलिए वहां से अनुच्छेद 370 हटाया गया है। अगर वह मुस्लिम बहुल क्षेत्र होता, तब वहां से इसे न हटाया जाता।