जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल घाटी में हैं। मीडिया में उनके कई वीडियोज सामने आए हैं, जिनमें वह स्थानीय नागरिकों से बातचीत करते नजर आते हैं। एक नजर में तो यही नजर आता है कि घाटी में हालात सामान्य होने की ओर हैं। हालांकि, एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डोवाल के वीडियो पूरी सच्चाई बयां नहीं करते।
द टेलिग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, डोवाल के वीडियो जारी कर सरकार यह संदेश देना चाहती है कि राज्य में सब कुछ ठीक है। हालांकि, एक वीडियो का जिक्र कर दावा किया गया है कि इसमें बातचीत ‘स्क्रिप्ट के मुताबिक’ नहीं रही। इस वीडियो में डोवाल एक बच्चे और उसके साथ मौजूद शख्स से पूछते हैं कि क्या वे खुश हैं?
रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में डोवाल अनंतनाग में लोगों के एक समूह से बातचीत करते दिखते हैं। नैशनल सिक्योरिटी एडवाइजर एक बच्चे से पूछते नजर आते हैं कि क्या वह खुश है? बच्चा तो चुप रहता है लेकिन उसके साथ मौजूद एक अधेड़ उम्र का शख्स मुस्कुराते हुए नजर आता है। वह कहता है, ‘कौन खुश है यहां पर? आप हमें बताइए।’ यह बोलते हुए भी वो शख्स मुस्कुराते हुए ही नजर आता है। बता दें कि जो वीडियोज जारी हुए हैं, उनमें डोवाल एक भेड़ व्यापारी से भी बातचीत करते और लोगों के साथ खाना खाते भी नजर आते हैं।
एएनआई का वीडियो नीचे देखें
अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, इस वीडियो को अधिकतर टीवी चैनलों ने दिखाया लेकिन प्रसार भारती ने जो वीडियो ट्वीट किया, उसमें यह बातचीत एडिट कर दी गई थी।
प्रसार भारती न्यूज सर्विसेज ने ये वीडियोज ट्वीट किए थे।
National Security Advisor Ajit Doval meets people at a market in Anantnag, Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/Tb2qHjbBbC
— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) August 10, 2019
National Security Advisor Ajit Doval interacts with shopkeepers at a market in Anantnag, Jammu & Kashmir. pic.twitter.com/kp6nUIKgew
— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) August 10, 2019
अंग्रेजी अखबार ने एक पुलिस अफसर के हवाले से बताया कि डोवाल श्रीनगर के डाउनटाउन इलाके में भी गए, जो सरकार विरोधी प्रदर्शन के लिए कुख्यात है। वहां हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। दावा किया जा रहा है कि डोवाल के यहां जाने का वीडियो जारी नहीं किया गया क्योंकि संभवत: यहां उनसे बात करने के लिए कोई नहीं था।
बता दें कि सरकार के कश्मीर को लेकर उठाए गए कदम के बाद डोवाल दौरा कर स्थानीय जनता का हालचाल ले रहे हैं। कई तरह की बंदिशों के बीच डोवाल के घाटी में ऐसे घूमने को जानकार स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल करने की कवायद बता रहे हैं। वहीं, अंग्रेजी अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार के फैसले पर लोगों के अंदर बेहद गुस्सा है लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से वे जाहिर नहीं कर पाए।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद यह आरोप लगा चुके हैं कि सरकार एनएसए से बातचीत करने के लिए लोगों को पैसा दे रही है। सूत्रों के मुताबिक, डोवाल के साथ काफी तादाद में सुरक्षाकर्मी भी मौजूद हैं। वहीं, कश्मीर में जिस पैमाने पर हिंसा की घटनाएं होती रही हैं, उसके मुकाबले न के बराबर प्रदर्शन हुए हैं। एक पुलिस अफसर के मुताबिक, चूंकि मुख्यधारा के नेताओं के अलावा अलगाववादी भी हिरासत में हैं इसलिए प्रदर्शनकारियों को निर्देश देने के लिए कोई नहीं है।
हालांकि, श्रीनगर के सूरा में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की बात सामने आई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दावा किया था कि करीब 10 हजार लोगों ने प्रदर्शन किया। वहीं, सरकार ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया था। इस बीच, बीबीसी ने भी एक वीडियो जारी किया, जिसे सूरा में हुई हिंसा का बताया गया।
नीचे देखें BBC का वीडियो
शुक्रवार को नमाज़ के बाद कश्मीर के सौरा में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे और सुरक्षाबलों से उनकी झड़प भी हुई. हालाँकि भारत सरकार किसी भी बड़े प्रदर्शन से इनकार कर रही है. देखिए BBC की EXCLUSIVE फ़ुटेज. #Kashmir #KashmirProtest #Article370 #BBCExclusive #Srinagar pic.twitter.com/oUu9mTkHIp
— BBC News Hindi (@BBCHindi) August 10, 2019