भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने देश की सुरक्षा के संबंध में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा फुल फ्रूफ नहीं है। बल्कि, आज हम ऐसे सिस्टम के जरिए ऑपरेट हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा में सेंध लग सकती है। मंगलवार को ‘डेफकॉम इंडिया 2019’ के एक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आर्मी चीफ ने स्वदेशी निर्मित हथियारों पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वदेशी तकनीक आधारित सिस्टम से ही सेना की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक जनरल बिपिन रावत ने कहा, “सुरक्षा बलों के लिए गोपनीयता बेहद जरूरी मुद्दा है। यदि इसके साथ समझौता किया जाता है, तो कई भी योजना सफल नहीं हो सकती है। गोपनीयता को शामिल करने के लिए यह जरूरी है कि हम स्वदेशी निर्मित सिस्टम को तैयार करें। आज के हालात में हम जिस सिस्टम के ऑपरेट कर रहे हैं, उसमें सेंध लगाई जा सकती है।”

आर्मी चीफ ने कहा, “तकनीक काफी तेजी से बदल रहे हैं। यदि हम नई चीजों को शामिल नहीं करते हैं, तो हम हमेशा पुराने संसाधनों का ही इस्तेमाल करते रहेंगे। हमें (तकनीक के संबंध में) रख-रखाव के तौर-तरीकों को स्थापित मुद्रा में रखने की बजाय, समय दर समय बदलने वाली बेहतर प्रोक्योरमेंट प्रणाली पर बदल देना होगा।”

सेना प्रमुख बिपिन रावत ने जोर देते हुए कहा कि आधुनिक युद्ध के मैदान में सफलता निश्चित रूप से संचार तकनीक (Communication Technology) निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि रक्षा संचार नेटवर्क के चलते ही भारत की तीनों सेनाओं (आर्मी, नेवी, एयरफोर्स) में सामंजस्य बना है और इन्हें एक साथ लाया गया है।