Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आरिफ अकील का आज निधन हो गया है, वे लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज जारी था। आरिफ अकील मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक थे जिन्हें कांग्रेस ने दो बार अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया था। उन्हें कांग्रेस सरकार में पार्टी द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण से लेकर जेल और खाद्य विभाग जैसे अहम मंत्रालय दिए गए थे।

आरिफ अकील मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अंतर्गत आने वाली उत्तर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे थे, उन्होंने पहली बार 1990 में विधानसभा का चुनाव जीता था। उम्र ज्यादा होने के चलते अब उनकी सेहत खराब रहने लगी थी, जिसके चलते 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनके बेटे को टिकट दिलवाया गया था। आरिफ अकील के बेटे ने इस सीट से बीजेपी को बड़े अंतर से हरा दिया था और यह सीट अपने नाम कर ली थी।

दिग्विजय सिंह ने जताया धोखा

आरिफ अकील के निधन पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि हमें बेहद दुख है, मेरे दोस्त और भाई आरिफ अकील का आज निधन हो गया। युवक कांग्रेस से लेकर आज तक हमारा लगभग चालीस वर्षों का भाई समान पारिवारिक संबंध रहा। अल्लाह ताला से हम दुआ करते हैं, उन्हें जन्नत अता फरमाएं।

भोपाल गैस ट्रैजडी के बाद बसाया था कस्बा

आरिफ अकील ने भोपाल में 1984 में यूनियन कार्बाइड गैस लीक हादसे के बाद जनता के बीच अपनी छवि बनाने में कामयाब रहे थे। उन्होंने फैक्ट्री से कुछ दूरी पर एक कस्बा आरिफ नगर बसाया। इस जगह पर गैस त्रासदी के पीड़ित और उनके परिवारों को बसाया गया था।

सीट को बनाया कांग्रेस का किला

बता दें कि कांग्रेस सरकार में मंत्री रहने के दौरान आरिफ अकील गैस त्रासदी में प्रभावित लोगों को मुआवजा दिलाने के लिए भी काफी काम किया था। भोपाल उत्तर सीट पर करीब 54 फीसदी मुस्लिम वोट हैं, लेकिन सिंधी समाज के वोटर भी अच्छे खासे हैं। इसके बावजूद इस सीट से वे लंबे समय तक जीतते रहे और उन्हें इस सीट को कांग्रेस के एक किले के तौर पर स्थापित कर दिया।