कर्नाटक के मंत्री के ईश्वरप्पा ने कहा है कि एक दिन लाल किले पर भगवा झंडा फहराता दिखेगा। असेमबली में इसे लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया। पूर्व सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि मंत्री ईश्वरप्पा ने हाल ही में कहा था कि हम लाल किले पर भगवा झंडा फहराएंगे। मुख्यमंत्री को उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्हें मंत्री बनाए रखना संविधान का अपमान है।

भाजपा नेता और कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने 10 फरवरी को कहा था कि भगवा झंडा भविष्य में राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज है। सभी को इसका सम्मान करना चाहिए।

ईश्वरप्पा ने कहा था कि आज नहीं बल्कि भविष्य में किसी दिन भगवा राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर हंसते थे लोग। क्या अब हम नहीं बना रहे? अब देश में हिंदुत्व की चर्चा हो रही है। तिरंगे को संवैधानिक रूप से राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार किया गया है। जो इसका सम्मान नहीं करेंगा वे देशद्रोही होगा।

ईश्वरप्पा ने कहा कि सैकड़ों साल पहले भगवान श्री राम और मारुति के रथों पर भगवा झंडे थे। क्या तब हमारे देश में तिरंगा झंडा था? अब यह हमारा राष्ट्रीय ध्वज है, इसलिए इसे पूरा सम्मान देना चाहिए। इसके बारे में कोई भी सवाल नहीं उठा सकता है।

कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने इस मामले पर कहा कि लाल किले पर झंडा फहराने की कोशिश करने वाले किसानों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था। वैसे ही ईश्वरप्पा के खिलाफ उनके बयान के लिए देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री ईश्वरप्पा ने देश और संविधान के खिलाफ यह बात कही है कि वे लाल किले पर भगवा झंडा फहराएंगे। मुख्यमंत्री को तुरंत उन्हें कैबिनेट से हटाना चाहिए। उन्हें मंत्रालय में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

गौरतलब है कि किसान आंदोलन के दौरान जब ट्रैक्टर रैली निकाली गई थी तब किसी ने लाल किले पर तिरंगे को उतारकर अपना झंडा फहरा दिया था। तब दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर झंडा फहराने की कोशिश करने वाले किसानों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था।