आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में जिन्ना टावर को लेकर विवाद थमता दिखाई नहीं दे रहा है। भाजपा इस टावर का नाम बदलने की मांग करती रही है, वहीं अब इस टावर को तिरंगे में रंग दिया गया है और वहां पर तिरंगा फहराने की तैयारी है। वाईएसआर कांग्रेस के गुंटूर ईस्ट के विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने यह ऐलान किया है।
यह ऐलान उस घटना के बाद किया गया है जिसमें 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर हिदू वाहिनी के कुछ कार्यकर्ता कथित तौर पर जिन्ना टावर पर तिंरगा फहराने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान उनको पुलिस ने हिरासत में लिया था।
मंगलवार को गुंटूर ईस्ट के विधायक मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, “कई संगठनों के अनुरोध के बाद, जिन्ना टावर को तिरंगे से सजाने और टावर के पास राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए एक पोल बनाने का निर्णय लिया गया।” उन्होंने कहा, “गुरुवार को जिन्ना टावर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएंगे।”
हालांकि, मुस्तफा ने टावर का नाम बदलने की मांग करने वाले भाजपा नेता की आलोचना की। एएनआई के मुताबिक, मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, “भाजपा नेताओं को सांप्रदायिक विवाद को हवा देने के बजाय, कोविड-19 महामारी में जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए।” मुस्तफा मंगलवार को जीएमसी के मेयर कवती मनोहर नायडू के साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने जिन्ना टावर पहुंचे थे।
भारतीय जनता पार्टी काफी समय से जिन्ना टावर का नाम बदलने की मांग कर रही है और जगन मोहन रेड्डी सरकार पर दबाव बनाती रही है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव वाई सत्य कुमार, तेलंगाना भाजपा के विधायक राजा सिंह और आंध्र प्रदेश भाजपा राज्य इकाई के प्रमुख सोमू वीराराजू भी जिन्ना टावर का नाम एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखने की मांग कर चुके हैं। इसके पहले, आंध्र प्रदेश के भाजपा नेता विष्णुवर्धन रेड्डी ने जिन्ना टावर का नाम बदलने को लेकर चेतावनी दी थी और कहा था कि सरकार ने ऐसा नहीं किया तो पार्टी के कार्यकर्ता टावर को गिरा देंगे।