देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में शुरू हुए विकास के युग को कोई नहीं रोक सकता। ये माता वैष्णो देवी के मंदिर की भूमि है और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बलिदान की भूमि है। हम जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने वालों को सफल नहीं होने देंगे।

गौरतलब है कि अमित शाह जम्मू-कश्मीर दौरे के दूसरे दिन जम्मू में जनता को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ अन्याय का समय खत्म हो चुका है। अब कोई आपके साथ अन्याय नहीं कर सकता।

शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया। इससे लाखों लोगों को अपने अधिकार मिले। अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार यहां के लोगों को मिल रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था, लेकिन अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं।

शाह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में अब सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना हो चुकी है। पहले 500 विद्यार्थी यहां से MBBS कर सकते थे, लेकिन अब लगभग 2,000 विद्यार्थी यहां MBBS कर पाएंगे।

उन्होंने कहा कि कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे? 70 साल से तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। आज जम्मू-कश्मीर की जनता हिसाब मांग रही है। उन्होंने कहा कि अब यहां 3 परिवारों की दादागिरी नहीं चलेगी।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पीएम बनते ही जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55 हजार करोड़ रुपए का पैकेज दिया है। इसमें से 33,000 करोड़ रुपए खर्च हो चुका है और विकास की 21 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं।

शाह ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान पूरा हुआ। जम्मू के लोग विकास के साथ खड़े हैं। इस दौरान उन्होंने उज्ज्वला योजना, घर-घर बिजली पहुंचाने और नल से जल योजना के बारे में भी बातें कीं।