Tripura Assembly Election 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव को लेकर कहा है कि सीपीएम और कांग्रेस दोनों हमले भयभीत हैं। पूर्वोत्तर में इस बार भी भाजपा के लिए चुनाव परिणाम काफी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि हमने पहले त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए ‘चलो पलटाई’ का नारा दिया था। इस बार भविष्य को और बेहतर बनाने का नारा दिया है। हमने त्रिपुरा में स्थिति को बदला है। वहां बजट में भी अच्छा किया है। पूर्वोत्तर में भाजपा ने हिंसा को समाप्त किया है। इसके अलावा नशे के कारोबार पर भी सख्ती से नकेल कसी है।
अडानी विवाद समेत कई मुद्दों पर खुलकर बोले अमित शाह
एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में हिंडनबर्ग रिपोर्ट और कारोबारी अडानी से जुड़े विवाद पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर बयान दिया है। अमित शाह ने इस साल होने वाले नौ राज्यों के चुनाव, लोकसभा चुनाव 2024, G-20 की अध्यक्षता, कट्टरपंथी संगठन PFI पर प्रतिबंध, संसद की कार्यवाही, देश की आंतरिक सुरक्षा, शहरों के नाम बदले जाने जैसे कई मुद्दों पर सवालों का खुलकर जवाब दिया।
बीजेपी के लिए छिपाने या डरने लायक कोई बात नहीं, बोले शाह
हिंडनबर्ग रिपोर्ट और अडानी विवाद से जुड़े सवालों पर अमित शाह ने कहा कि इस मामले पर कोई कमेंट करना सही नहीं होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में यह केस विचाराधीन है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मामले में बीजेपी के पास छिपाने के लिए कोई बात नहीं है। न ही इस मुद्दे से बीजेपी को डरने की कोई जरूरत है। कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष इस मामले को लेकर सड़क से संसद तक सरकार पर हमलवार रहा है।
पीएम मोदी ने उत्तर-पूर्व के लोगों को देश के बाकी राज्यों से जोड़ा
अमित शाह ने कहा कि उत्तर-पूर्व और भारत के बाकी के राज्यों के बीच जो मन की दूरी थी उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्णायक कदमों से समाप्त कर दिया है। वर्तमान समय में उत्तर-पूर्व के लोगों को मन से लगता है कि देश के बाकी इलाकों में भी उनका सम्मान है। जब अन्य राज्यों से लोग उत्तर-पूर्व में जाते हैं तो वहां उनका भी काफी सम्मान किया जाता है।
PFI, नक्सली उग्रवाद और आतंकवाद पर क्या बोले अमित शाह
PFI पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह देश में धर्मांधता और कट्टरवाद फैलाने वाला संगठन था। उन पर दर्ज कई मामले कांग्रेस ने खत्म करना चाहा था, जिसे कोर्ट ने रोका। भाजपा सरकार ने आतंकवाद को रसद मुहैया कराने वाले संगठन पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया। अमित शाह ने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सली उग्रवाद लगभग खत्म हो चुका है। छत्तीसगढ़ में भी जल्द ही शांति बहाल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के आंकड़े अब डराने वाले नहीं रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही विकास के रास्ते पर बढ़ना चाहती है जनता
अमित शाह ने शहरों के नाम बदलने पर भाजपा सरकारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार का विधायी अधिकार है। सरकारों ने सोच-समझकर ये फैसले किए हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि एक भी शहर ऐसा नहीं है जिसका पुराना नाम न हो और उसे बदल दिया गया हो। संसद की कार्यवाही पर उन्होंने कहा कि संसद में बहस नियमों के हिसाब से ही और संसदीय भाषा में ही करनी होती है। असंसदीय भाषा को कार्यवाही से हटाना ही पड़ता है। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अमित शाह ने जोर देकर कहा कि देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही विकास के रास्ते पर आगे बढ़न चाहती है।