Maharashtra Local Body Polls: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी अब राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव के लिए जुटने जा रही है। चुनाव में पार्टी की तैयारियों की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नांदेड़ पहुंचे हैं। बताना होगा कि अगले 4 महीने के भीतर महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय के चुनाव होने जा रहे हैं।
स्थानीय निकाय चुनाव में जीत के लिए सरकार चला रहे महायुति गठबंधन और विपक्षी महाविकास अघाड़ी महागठबंधन रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। अमित शाह शनिवार देर रात को नागपुर पहुंच गए हैं।
बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी के लिए हर चुनाव महत्वपूर्ण है चाहे वह लोकसभा हो, विधानसभा या फिर नगर निगम। इन चुनाव के लिए राज्य और शीर्ष नेतृत्व दोनों मिलकर रणनीति बनाते हैं।
शंकर राव चव्हाण से है नांदेड़ की पहचान
नांदेड़ सीट की पहचान पूर्व मुख्यमंत्री शंकर राव चव्हाण से है। उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे और पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। अशोक चव्हाण मौजूदा वक्त में बीजेपी की ओर से राज्यसभा के सांसद हैं और उनकी बेटी विधायक हैं। अमित शाह की नांदेड़ में रैली के दौरान चव्हाण शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे।
‘अजित पवार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी…’
विधानसभा चुनाव में होगा फायदा
नांदेड़ में अशोक चव्हाण की कोशिश कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) के नेताओं को तोड़ने की है। चव्हाण के आने से बीजेपी ने नांदेड़ जिले में अपनी पकड़ मजबूत की है जबकि यह परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है। हालांकि लोकसभा चुनाव में चव्हाण का असर नहीं दिखाई दिया और बीजेपी नांदेड़ में हार गई लेकिन विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट ने नांदेड़ में कांग्रेस का सफाया कर दिया था।
यहां चार सीटों पर बीजेपी जीती थी जबकि दो सीटों पर शिवसेना शिंदे गुट। अब बीजेपी और अशोक चव्हाण Nanded Waghala Municipal Corporation (NWMC) में जीत दर्ज करना चाहते हैं। NWMC कांग्रेस का गढ़ रहा है पीछे 28 साल में बीजेपी यहां कभी चुनाव नहीं जीती है।
क्या कहा देवेंद्र फडणवीस ने?
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि बीजेपी स्थानीय निकाय चुनाव अपने सहयोगियों शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की NCP के साथ लड़ेगी। बीजेपी और शिवसेना शिंदे गुट के बीच बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) में सीटों के बंटवारे को लेकर लड़ाई चल रही है।
अमित शाह की कोशिश रहेगी कि बिना किसी मतभेद के बीजेपी, शिवसेना, एनसीपी (एसपी) इस चुनाव को एकजुट होकर लड़ें लेकिन मुंबई, पुणे और नागपुर सहित राज्य में कम से कम 16 नगर निगम ऐसे हैं, जहां पर बीजेपी का स्थानीय संगठन चाहता है कि पार्टी अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरे।
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव में बिखर जाएगा महायुति गठबंधन?