गृह मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह के पास हर राजनीतिक चुनौती की काट रहती है। चाहे पार्टी के भीतर हो या बाहर वे मुश्किलों का हल निकाल ही लेते हैं। हालिया मामला एक बीजेपी उम्मीदवार से जुड़ा है जिसको कि पार्टी ने टिकट नहीं दिया। निराश होकर जब उम्मीदवार ने शाह से पूछा कि क्या वे राजनीतिक तौर पर अप्रासंगिक हो चले हैं? तो गृह मंत्री शाह ने खुद का उदाहरण देकर नेता को शांत कराया।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक शाह ने नेता से कहा कि गांधीनगर लोकसभा सीट शाह का गढ़ होने के बावजूद उनको 6 बार टिकट नहीं दिया गया। ये इसलिए क्योंकि पार्टी के नेता लालकृष्ण आडवाणी को इस सीट से लड़ना था। आखिर में 2019 के लोकसभा चुनाव में शाह को मौका दिया गया। शाह ने उम्मीदवार को बताया कि राजनीतिक प्रासंगिकता इस पर नहीं टिकी है किसी को पार्टी टिकट देती है या नहीं? मालूम हो कि जब लालकृष्ण आडवाणी गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते थे तो अमित शाह पोलिंग एजेंट के रूप में काम किया करते थे।

बता दें कि शाह इस समय बंगाल चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार में जुटे हैं। इस बीच सीएम ममता बनर्जी के केंद्रीय सुरक्षा बलों पर लगाए गए आरोपों को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि ममता बनर्जी क्या देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहती हैं?

शाह ने कहा कि जब सुरक्षा बल चुनाव में ड्यूटी करते हैं तो वे गृह मंत्रालय का नहीं बल्कि चुनाव आयोग के आदेशों का पालन करते हैं। शाह ने कहा कि चुनाव में टीएमसी की निराशा जगजाहिर हो चुकी है। इसलिए ममता बनर्जी और उनकी पार्टी इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।

शाह ने सीएम को फटकार लगाते हुए कहा कि मैंने जीवन में ऐसा सीएम नहीं देखा जो कहता हो कि सुरक्षा बलों को घेराव करो। क्या सीएम ममता बनर्जी देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहती हैं?

वहीं शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में हुई हिंसा के लिए दोषी ठहराया।

उन्होंने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह आज की घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। वह खुद साजिशकर्ता हैं। मैं केंद्रीय बलों को दोष नहीं देती क्योंकि वे गृह मंत्री के आदेश के तहत काम करते हैं। हम उनके इस्तीफे की मांग करेंगे।”