जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी कैंपस में मंगलवार को एक बार फिर लोग ‘गोली मारो’ के नारे लगाते नजर आए। पुलिस ने अचानक पहुंची गुस्साई भीड़ को शांत रहने और वापस जाने के लिए कहा। इस दौरान भीड़ लगातार ‘देश के गद्दारों को…’ ‘गोली मारो स***को’ के नारे को दोहरा रही थी। नारेबाजी कर रहे लोगों ने इस दौरान प्रदर्शन स्थल में जबरन घूसने की भी कोशिश की। पुलिस ने नारेबाजी करने वाले 40 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब इससे पहले यूनिवर्सिटी के बाहर रविवार (2 फरवरी) देर रात अज्ञात लोगों ने फायरिंग कर दी थी। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। मालूम हो कि दिल्ली में सीएए और एनआरसी के विरोध के बीच अबतक तीन फायरिंग की घटनाएं सामने आ चुकी है। 30 जनवरी को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एक समूह पर गोली चला दी थी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया था। बाद में उसे पुलिस ने उसे दबोच लिया था। वहीं एक फरवरी को शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल के नजदीक कपिल गुर्जर नाम के एक व्यक्ति ने गोली चलाई।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। ‘देश के गद्दारों को…’ ‘गोली मारो स***को’ का नारे की जमकर चर्चा हो रही है। दरअसल रिठाला से भाजपा के उम्मीदवार मनीष चौधरी के समर्थन में एक जनसभा में वित्त राज्यमंत्री ने भड़काऊ बयान दिया था। ठाकुर ने शाहीनबाग में चल रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन और कथित देश विरोधी नारों से विपक्षी पार्टियों को जोड़ा और भीड़ से विवादित नारे लगाने को कहा।
उन्होंने रैली में कहा था कि ‘देश के गद्दारों को…’, जिसपर भीड़ ने कहा, ‘गोली मारो स***को।’ इसके बाद इसे नारे की जमकर चर्चा हो रही है। विपक्ष का आरोप है कि ठाकुर के इसी बयान के बाद जनता भड़क उठी है और गोलीबार की घटनाएं सामने आ रही है।