पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चार साल के अंतराल के बाद बुधवार को एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। ट्रंप कड़े मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को मात देने में कामयाब रहे। इस सबके बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने द इंडियन एक्सप्रेस से भारत-अमेरिका संबंधों, आने वाली चुनौतियों और मोदी-ट्रंप संबंधों समेत अन्य मुद्दों पर बात की।
आप अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को किस तरह देखते हैं? इस सवाल के जवाब में थरूर ने कहा, “मुझे लगता है कि हममें से कई लोग चुनावों के आखिरी चरण में और भी ड्रामा की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि सर्वे से पता चल रहा था कि मुकाबला कांटे का होगा। लेकिन अंत में, रुझान उम्मीद से बहुत पहले ही साफ हो गए और ट्रंप को विजेता घोषित कर दिया गया।
ट्रंप का राष्ट्रपति बनना भारत के लिए क्या मायने रखता है? इस सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, “भारत के लिए ट्रंप एक जानी-पहचानी हस्ती हैं। राष्ट्रपति के तौर पर उनके साथ हमारा चार साल का अनुभव रहा है। इसलिए, मुझे कोई बड़ा आश्चर्य होने की उम्मीद नहीं है। वह एक चंचल स्वभाव वाले व्यक्ति हैं और हमें कभी-कभी उनके ऐसे बयानों के लिए तैयार रहना होगा जो असहज हो सकते हैं।”
‘ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच अच्छी केमिस्ट्री है’
क्या आपको लगता है कि ट्रंप-मोदी की दोस्ती भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है? इस सवाल के जवाब में शशि थरूर ने कहा, “उनके और हमारे प्रधानमंत्री के बीच बहुत अच्छी केमिस्ट्री है। नरेंद्र मोदी शायद दुनिया के उन पहले नेताओं में से थे जिन्होंने 270 का आंकड़ा पार करने की खबर आने से पहले ही उन्हें बधाई दे दी थी। हमें याद है कि ट्रंप यहां आए थे और मोदी वहां गए थे। दोनों कहते थे कि अबकी बार दूसरे की सरकार। भविष्य में संबंधों में इसका कुछ महत्व हो सकता है। कम से कम माहौल तो सकारात्मक होने वाला है।
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थरूर बोले- ट्रंप बहुत ही लेन-देन करने वाले नेता
भारत-अमेरिका संबंधों में आने वाली चुनौतियों पर थरूर ने कहा कि कुछ खास मुद्दे हैं जिनके बारे में हमें सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, “ट्रंप बहुत ही लेन-देन करने वाले नेता हैं। वह निश्चित रूप से हमें दिए जाने वाले हर पाउंड के बदले में एक पाउंड मांस की मांग करेंगे। इसी तरह जब व्यापार की बात आती है, तो वह भारत के प्रति बहुत सख्त रहे हैं, टैरिफ का जिक्र करते हुए उन्होंने हमें बड़ा अपराधी कहा है।”
भारतीय वीजा धारकों के लिए प्रतिबंध हो सकता है- शशि थरूर
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “यह मत भूलिए कि ट्रंप प्रशासन ने ही भारत को जीएसपी वरीयता सूची से बाहर किया था। यह ऐसी चीज़ है जिसके बारे में हमें सचेत रहने की आवश्यकता है। दूसरा पहलू इमिग्रेशन है। चूंकि ट्रंप के चुनाव अभियान में इमिग्रेशन प्रमुख मुद्दा था, बेशक वह अवैध इमिग्रेशन पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे। ऐसे में निश्चित रूप से एक संभावना है कि हमारे कई भारतीय वीजा धारकों के लिए प्रतिबंध हो सकता है।
पन्नू मुद्दे को लेकर भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव पर थरूर ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि यह मुद्दा ट्रंप के दिमाग में आया हो। उन्होंने इस बारे में कभी कोई टिप्पणी नहीं की, हो सकता है कि यह उनके इनबॉक्स में न आए। मुझे नहीं लगता कि ट्रंप इसे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच के मुद्दे के रूप में उठाएंगे। इसे वरिष्ठ कार्यकारी स्तर पर निपटाए जाने की संभावना है, जैसा कि अब तक होता रहा है।
भारत-अमेरिका संबंधों पर कांग्रेस और भाजपा की स्थिति लगभग समान- थरूर
ट्रंप के साथ कांग्रेस के रवैये के सवाल पर शशि थरूर ने कहा, “आपने देखा होगा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति-चुनाव जीतने के लिए ट्रंप को बधाई संदेश दिया। मैं यह कहना चाहूंगा कि भारत-अमेरिका संबंधों पर दोनों दलों (कांग्रेस और भाजपा) की स्थिति मोटे तौर पर समान है। हम दोनों का मानना है कि यह एक बहुत ही मूल्यवान और महत्वपूर्ण संबंध है जिसे संरक्षित और मजबूत किया जाना चाहिए। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि इसमें पार्टियों के बीच कोई विभाजन होगा।
(इनपुट- इंडियन एक्सप्रेस)