Lok Sabha Chunav: दिल्ली में सभी सातों लोकसभा सीटों पर सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपने-अपने पत्ते खोल दिए हैं। इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर चुनावी मैदान में उतरे हैं। हालांकि, एक साथ चुनाव लड़ने के बाद भी आप और कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर पर काफी दूर हैं। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सात में से चार उम्मीदवार उतारे हैं और कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन, AAP के विधायको को केवल अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए कहा गया है।

आप ने फरवरी महीने में ही अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया था और कांग्रेस ने रविवार को अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। आप ने सोमवार को चुनाव प्रचार के दूसरे चरण की घोषणा की। साथ ही, कहा कि केवल उन्हीं सीटों पर फोकस किया जाए जिन पर हम चुनाव लड़ रहे हैं। 31 मार्च को रामलीला मैदान में हुई इंडिया अलायंस की रैली के अलावा आप और कांग्रेस को चुनाव प्रचार के लिए एकसाथ आना बाकी है।

आप और कांग्रेस ने इन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा

कांग्रेस ने चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से उदित राज और उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने नई दिल्ली से सोमनाथ भारती, पूर्वी दिल्ली से कुलदीप कुमार, पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा और दक्षिणी दिल्ली से सही राम पहलवान को चुनावी मैदान में उतारा है।

आम आदमी पार्टी के जिन विधायकों के विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के उम्मीदवारों वाले संसदीय क्षेत्रों के तहत आते हैं। उन्हें दूसरे क्षेत्रों का काम सौंपा गया है। उदाहरण के लिए देखें तो किरारी से विधायक रितु राज को अपने उम्मीदवार सही राम पहलवान के लिए दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट का प्रभारी बनाया गया है। आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने कहा कि हम वर्तमान में काम कर रहे हैं और अपनी सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी प्लानिंग करेगी और उसके हिसाब से हम मीटिंग में भाग लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर उनके प्रत्याशियों को हमारी जरूरत हैं तो हम उनका साथ देंगे। लेकिन हमारा मुख्य फोकस अपनी चार सीटें जीतने पर हैं।

मॉडल टाउन के विधायक ने क्या कहा

मॉडल टाउन से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि अभी तक हमें अलग-अलग काम दिए गए हैं जैसे कि घर-घर जाकर प्रचार करना। हमें पार्टी की तरफ से कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल से बात की और एक बैठक की। उन्होंने दूसरे विधायकों से भी मीटिंग की। इस महीने की शुरुआत में द इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा था कि जीत सुनिश्चित करने के लिए गठबंधन सहयोगियों को जमीन पर एक-दूसरे के लिए काम करना होगा। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि पार्टी नेता जहां भी जरूरत होगी कांग्रेस के अभियानों में भाग लेंगे।

पूर्व समाज कल्याण मंत्री और सीमापुरी से आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने नेताओं की बात दोहराते हुए कहा कि हमें एक रणनीति बनानी होगी और अगले कुछ दिनों में एक साथ चुनाव प्रचार शुरू करना होगा। यह दोनों पार्टियों के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी मुझे इंडिया गठबंधन के लिए काम करने के लिए बुलाते हैं तो मैं जरूर जाउंगा।