दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत उत्तर भारत के अनेक हिस्सों में शुक्रवार रात 6.1 तीव्रता का भूकम्प महसूस किया गया। भूकम्प रात 10 बजकर 34 मिनट पर आया। राष्ट्रीय भूकम्प विज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकम्प का केंद्र पंजाब के अमृतसर में था और यह 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। हालांकि बाद में केंद्र ने संशोधित बयान में कहा कि ताजिकिस्तान में रात 10:31 बजे 6.3 तीव्रता का भूकम्प आया और उत्तर भारत में झटके महसूस किए गए।

फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। भूकम्प से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत अनेक स्थानों पर लोगों में दहशत फैल गई। गाजियाबाद के वैशाली और वसुंधरा तथा अन्य इलाकों में भूकम्प के डर से लोग घरों से बाहर निकल आए। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी भूकम्प का भय देखा गया।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी शुक्रवार रात भूकम्प का झटका महसूस किया गया। हालांकि इसमें किसी प्रकार के किसी नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी भूकम्प का कंपन महसूस किया और ट्वीट के जरिए कहा, ‘भूकम्प का कंपन महसूस हुआ है, मैं ईश्वर से सभी की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।’

जब भूकम्प आया तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी शिकागो विश्वविद्यालय के छात्रों से डिजिटल तरीके से संवाद कर रहे थे, तभी उन्होंने कहा कि पूरा कमरा हिल रहा है। एनसीएस के संचालन प्रमुख जेएल गौतम ने कहा, ‘भूकम्प का केंद्र ताजिकिस्तान था। शुरुआती जांच में पता चला था कि केंद्र अमृतसर था। हमने उस जानकारी को संशोधित किया है।’

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद समेत खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी भूकम्प का झटका महसूस किया गया।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “2005 में आए भूकम्प के बाद से श्रीनगर में आया कोई झटका इतना शक्तिशाली नहीं था कि मुझे घर से बाहर जाने को मजबूर कर सकता। मैंने कंबल लिया और भागा। मुझे अपने साथ फोन ले जाना भी याद नहीं रहा, इसलिए जब जमीन हिल रही थी तब ‘भूकम्प’ ट्वीट नहीं कर पाया।”