महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद ‘मुख्यमंत्री पद’ का फैसला अभी तक नहीं हो सका है। इस मामले पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत का बयान सामने आया है। कटाक्ष के अंदाज में उन्होंने कहा कि अब महाराष्ट्र से जुड़ी सभी बातें दिल्ली में तय होंगी। एकनाथ शिंदे और अजित पवार को अपनी बातें रखने के लिए बार-बार दिल्ली आना पड़ेगा। उन्हें पीएम और अमित शाह की बात सुननी पड़ेगी।
सीएम पद के फैसले से पहले गुरुवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ महायुति के तीनों नेताओं की बैठक हुई है। जिसके बाद संभव है कि आज या कल में मुख्यमंत्री पद का फैसला हो सकता है।
क्या बोले संजय राउत?
शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने कहा,”अजित पवार हमेशा डिप्टी सीएम थे और वे डिप्टी सीएम ही बनते रहेंगे…लोकसभा चुनाव के बाद उनके चेहरे की चमक जो गायब हो गई थी, अब लौट आई है, यह ईवीएम का कमाल है। ‘तीन मूर्ति’ वाला मंदिर बनना चाहिए, बीच में ईवीएम, एक तरफ पीएम और दूसरी तरफ अमित शाह।”
दोबारा चुनाव कराने की मांग कर चुके हैं उद्धव ठाकरे
सांसद संजय राउत ने ईवीएम में गड़बड़ियों का सोमवार को आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र में मतपत्रों के जरिए दोबारा चुनाव कराए जाने की मांग की थी। राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया था कि ईवीएम में गड़बड़ी की कई शिकायतें मिली हैं और उन्होंने हाल में हुए चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठाया।
संजय राउत ने कहा, ‘‘ईवीएम को लेकर हमें करीब 450 शिकायतें मिलीं। बार-बार आपत्ति जताए जाने के बावजूद इन मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम कैसे कह सकते हैं कि ये चुनाव निष्पक्ष तरीके से हुए? इसलिए मेरी मांग है कि नतीजों को रद्द किया जाए और दोबारा चुनाव मत पत्रों के जरिए कराए जाएं।’’ महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट जीतीं जबकि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को 46 सीट पर जीत मिली। एमवीए में शामिल शिवसेना (उबाठा) ने 95 सीट पर चुनाव लड़कर मात्र 20 सीट जीतीं।
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