Lok Sabha Chunav 2024: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए सातवें फेज की वोटिंग से लेकर चुनाव नतीजों तक सावधान रहने के लिए एक संदेश जारी किया है, और उन्हें बहकावे में न आने की सलाह दी है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि एग्जिट पोल के जरिए कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ने की कोशिश की जाएगी और फिर बीजेपी के लोग 4 जून को काउंटिंग के दिन बड़ी धांधली तक कर सकते हैं।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के तहत सातवें चरण में यूपी की 13 सीटों पर एक जून को वोटिंग होनी है और लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आने हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को सावधान रहने की सलाह दी है। अखिलेश ने कहा है कि वे लोग किसी भी तरह से बीजेपी वालों के बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा है कि नतीजों का सर्टिफिकेट मिलने तक इस कार्यकर्ता सावधान सजग रहें।

BJP कर सकती है काउंटिंग में धांधली’

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि ये अपील हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि बीजेपी वालों ने ये योजना बनाई है कि कल शाम को चुनाव ख़त्म होते ही, वो अपनी ‘मीडिया मंडली’ से विभिन्न चैनलों पर ये कहलवाना शुरू करेंगे कि बीजेपी को लगभग 300 सीटों के आस-पास बढ़त मिली हुई है, जो कि पूरी तरह से झूठ है। ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठेगा कि भाजपा को इस दो-तीन दिन का झूठ बोलने से क्या मिलेगा, जबकि ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार बनने जा रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि इस एजेंडे के जवाब में हम आपको बता दें कि ऐसा झूठ फैलाकर बीजेपी वाले आप सबका मनोबल गिराना चाहते हैं, जिससे आपका उत्साह कम हो जाए और आप लोग मतगणना के दिन सावधान और सक्रिय न रहें, जिसका फ़ायदा उठाते हुए बीजेपी कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से काउंटिंग में धांधली कर सके।

अखिलेश ने दिया चंडीगढ़ मेयर चुनाव का उदाहरण

अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को जारी किए गए अपने संदेश में चंडीगढ़ मेयर चुनाव का जिक्र किया और कहा कि जो बीजेपी वाले चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव में कोर्ट द्वारा लगवाए गए कैमरों के सामने भी धांधली करने का बेशर्म दुस्साहस कर सकते हैं, वो चुनाव जीतने के लिए कोई भी घपला-घोटाला करने के लिए उतारू हो सकते हैं, इसीलिए ये सजगता ज़रूरी है।

मत भूलें सावधानी का मंत्र

अखिलेश ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि आप लोग किसी भी बीजेपी के ‘एग्जिट पोल’ के बहकावे में नहीं आएं और पूरी तरह से चौकन्ना रहते हुए, अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हुए डटे रहें और जीत के अपने मूल-मंत्र ‘मतदान भी सावधान भी’ को याद रखते हुए, जीत का प्रमाण-पत्र लेकर ही संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता की जीत का उत्सव मनाएं।