उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक साथ पहुंचे तो भीड़ बेकाबू होती दिखाई दी। दोनों दलों के कार्यकर्ता नारेबाजी करते दिखाई दिए। फूलपुर में तो दोनों नेता अपना भाषण तक नहीं दे सके। अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी हुआ है जिसमें अखिलेश यादव और राहुल गांधी स्टेज पर भीड़ के बीच बैठे बातें करते दिखाई दे रहे हैं।
अखिलेश और राहुल के बीच क्या बातचीत हुई?
जनसभा के दौरान माइक खराब होने पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने जनता से कनेक्ट करने का एक अलग तरीका निकाला और भीड़ के बीच बैठ गए। इस दौरान दोनों नेता अपनी-अपनी पार्टियों के घोषणापत्रों पर बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान अखिलेश यादव कहते हैं,”मैं यह समझता हूं कि लोगों तक पैसा पहुंचने से हमारी अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा, इनका भविष्य भी बनेगा और देश की अर्थव्यवस्था भी बेहतर होगी। ये ज़रूरी स्कीम है कि इनके अकाउंट में पैसा पहुंचे।”
राहुल गांधी ने बातचीत के दौरान अखिलेश यादव से सवाल किया कि नरेंद्र मोदी अब अपने भाषणों में ‘खटाखट’ बोलने लगे हैं तो अखिलेश यादव ने कहा कि यह आपके भाषणों का असर है कि वह ऐसा करने लगे हैं।
राहुल गांधी ने आगे सवाल किया कि ‘आप मुझे अपने पिता जी (मुलायम सिंह यादव) के बारे में बताइए। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने कहा,”नेता जी और उनके साथ के लोग जमीनी राजनीति करते थे। हालांकि नेता जी कुश्ती और पहलवानी के बड़े शौकीन थे। वह इसीलिए धरतीपुत्र कहे गए क्योंकि वह ज़मीन की बात को समझते थे।”
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि हमारी (कांग्रेस-सपा) विचारों की लड़ाई रही है लेकिन हम अब एक साथ लड़ रहे हैं तो राहुल गांधी ने इस बार के गठबंधन को सबसे मजबूत बताया।
राहुल गांधी ने आगे सवाल किया कि नरेंद्र मोदी जी डिबेट से क्यों डरते हैं? इस सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि ‘क्योंकि वह सच का सामना नहीं करना चाहते। बीजेपी और बीजेपी के लोग अपनी मर्ज़ी से चलते हैं।’ लोकतंत्र में जितना डिबेट होगा उतना लोकतंत्र मजबूत होगा।’