कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी गुरुवार (6 अप्रैल) को बीजेपी में शामिल हो गए। पिता एके एंटनी ने अपने बेटे के फैसले पर दुख जताया है। वहीं, अनिल एंटनी के कांग्रेस से सभी संबंध तोड़कर भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद, एके एंटनी के छोटे बेटे अजित ने शुक्रवार को कहा कि उनके भाई का फैसला आवेग में लिया गया था और बीजेपी उन्हें कुछ समय तक इस्तेमाल करने के बाद ‘करी पत्ते’ की तरह बाहर कर देगी।
भाई अनिल के बीजेपी ज्वाइन करने के फैसले से पापा बहुत दुखी- अजित एंटनी
पत्रकारों से बात करते हुए अजीत एंटनी ने कहा कि अनिल ने अपने फैसले के बारे में परिवार को जरा सा भी संकेत नहीं दिया था और गुरुवार को चैनलों पर इस घटनाक्रम के बारे में खबर देखना उन सभी के लिए झटका था। उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में अनिल को पार्टी की सदस्यता स्वीकार करते देखकर उनके पिता बहुत दुखी हुए थे।
अजित ने कहा, “पप्पा को घर के एक कोने में बेहद दर्द के साथ बैठे देखा गया। मैंने उन्हें अपने जीवन में इतना कमजोर कभी नहीं देखा। उन्होंने आंसू नहीं बहाए, बस इतना ही।” अजित ने कहा कि उनके भाई के पास भाजपा में शामिल होने के अपने कारण होंगे। उन्हें कांग्रेस पार्टी के अज्ञात कार्यकर्ताओं से कई अपमानजनक कॉल आती थीं जिससे उन्हें दुख पहुंचा होगा।
कांग्रेस में वापस आएंगे अनिल
अनिल के छोटे भाई ने कहा, “मैंने सोचा था कि वह (कांग्रेस) पार्टी से गुस्से में दूर हुए होंगे लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह भाजपा में चले जाएंगे। यह फैसला पूरी तरह से अप्रत्याशित था।” अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले को आवेगपूर्ण करार देते हुए अजित ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि वह अपनी गलतियों को सुधारने के बाद कांग्रेस पार्टी में वापस आएंगे।
BJP अनिल को इस्तेमाल करने के बाद करी पत्ते की तरह फेंक देगी- अजित
अजित ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर उन्हें लगता है कि यह उनके राजनीतिक भविष्य के लिए अच्छा है तो वह बीजेपी में बने रह सकते हैं।
उन्होंने कहा, “वह शायद चले गए होंगे क्योंकि उन्हें लगा कि यह उनके लिए अच्छा होगा लेकिन मैं बार-बार कहूंगा कि भाजपा उन्हें करी पत्ते की तरह बाहर फेंक देंगी।”
कुछ साल पहले भाजपा में शामिल हुए अल्फोंस कन्ननथानम और टॉम वडक्कन जैसे नेताओं का उदाहरण देते हुए अजित ने कहा कि भाजपा सभी को अस्थायी रूप से इस्तेमाल करेगी और उन्हें इस्तेमाल किए गए करी पत्ते की तरह बाहर फेंक देगी। गौरतलब है कि अनिल एंटनी गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। जिसके बाद भावनात्मक रूप से आहत एके एंटनी ने केरल में कहा था कि यह एक गलत निर्णय था।
दो महीने पहले अनिल एंटनी ने छोड़ी थी कांग्रेस
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिजिटल मीडिया सेल के प्रमुख अनिल ने दो महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री पर पार्टी के रुख की आलोचना करने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी और कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की थी। उनका कहना है कि कांग्रेस देश के बजाय एक परिवार पर ध्यान देती है।