निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को शरद पवार को बड़ा झटका देते हुए अजित पवार गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) घोषित किया। आयोग ने अपने आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को एनसीपी के नाम के साथ ही पार्टी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी आवंटित कर दिया। EC की इस घोषणा के बाद शरद पवार गुट ने कहा कि वह बुधवार को अपने संगठन के नाम और चुनाव चिह्न की घोषणा करेंगे। साथ ही शरद गुट ने यह भी कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। वहीं, इस मुद्दे पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि शरद पवार अभी भी पार्टी के संस्थापक हैं।

वहीं, अजित पवार को एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने पर, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “आपके पास विधायक या सांसद हो सकते हैं। अगर ये विधायक और सांसद कल चुनाव हार जाते हैं, तो पार्टी का क्या होगा? पूरा निर्णय गलत और पक्षपातपूर्ण है। शरद पवार अभी भी पार्टी के संस्थापक हैं। वह चुनाव आयोग के सामने बैठते थे और चुनाव आयोग जानता है कि वह संस्थापक हैं, फिर भी पार्टी अजित पवार को दी गई है, यह मोदी की गारंटी है।”

राउत ने आगे कहा, “सभी रीजनल पार्टीज को खत्म कर दो, दूसरी पार्टियों को खत्म कर दो, सिर्फ हमारी पार्टी रहेगी, यह उनका लोकतंत्र है। हिटलर भी ऐसा ही करता था।”

शरद पवार यह लड़ाई भी डटकर लड़ेंगे- प्रियंका चतुर्वेदी

NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “ऐसा माहौल बनाया हुआ है पूरे देश में कि पैसा फेक तमाशा देख। जनता के पैसों का दुरुपयोग हो रहा है, विधायकों की खरीद-फरोख्त हो रही है। शरद पवार वरिष्ठ नेता हैं वे यह लड़ाई भी डटकर लड़ेंगे।”

शरद पवार के पास क्या हैं विकल्प

शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा कि चुनाव आयोग ने हमें आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए एक नया नाम और पार्टी तय करने के लिए कहा है। हम इसे बुधवार को करेंगे। पवार की पार्टी के सूत्रों ने कहा कि नए नाम में “राष्ट्रवादी” और “कांग्रेस” शब्द बरकरार रहने की संभावना है।

पार्टी के नए चुनाव चिन्ह के विकल्पों में “उगता सूरज”, “पहिया” और “ट्रैक्टर” शामिल थे। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में पवार समूह से बुधवार शाम 4 बजे तक एक नए नाम का दावा करने और तीन विकल्प देने लिए कहा है।