आईएनएक्स मीडिया घोटाला मामले में मुख्यारोपी कांग्रेसी नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम को गुरुवार को झटका लगा है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े इस केस में उन्हें अग्रिम जमानत देने से इन्कार कर दिया। बता दें कि यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दर्ज किया है। कोर्ट ने चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से मना करने वाले दिल्ली हाईकोर्ट के 20 अगस्त के फैसले को चुनौती देते हुए कांग्रेस नेता की अपील खारिज कर दी। साथ ही कहा कि आर्थिक अपराध के मामलों में अलग तरीके से निबटना होगा क्योंकि यह देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं।
जस्टिस आर भानुमति और जस्टिस ए.एस बोपन्ना की बेंच ने कहा कि यह अग्रिम जमानत देने के लिए उचित मामला नहीं है। इस समय चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से जांच प्रभावित हो सकती है। मामले में अपनी जांच करने के लिये पर्याप्त स्वतंत्रता दी जानी होगी। टॉप कोर्ट ने इसके अलाव पूर्व मंत्री की वह अर्जी भी खारिज कर दी, जिसमें अनुरोध किया गया था कि तीन तारीखों पर उनसे की गई पूछताछ की लिपि पेश करने का ईडी को निर्देश दिया जाए।
वहीं, सीबीआई और ईडी द्वारा दायर किए एयरसेल-मैक्सिस केस में दिल्ली के एक कोर्ट ने चिदंबरम, उनके बेटे कार्ती को अग्रिम जमानत दे दी है। स्पेशल जज ओ.पी सैनी ने चिदंबरम और उनके बेटे को राहत दे दी और उन्हें मामलों की जांच में शामिल होने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा, ‘‘गिरफ्तारी की सूरत में उन्हें एक लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की जमानत पर रिहा किया जाए। आरोपियों को जांच में शामिल होने का निर्देश दिया जाता है।’’ चिदंबरम 305 करोड़ रुपये के आईएनएक्स मीडिया मामले के साथ एयरसेल-मैक्सिस मामले में जांच एजेंसियों की जांच के घेरे में हैं।
रूस की मदद को PM मोदी का ऐलान- देंगे एक अरब डॉलर का कर्जः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के विकास के लिए उसके साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने संसाधन से भरपूर क्षेत्र के विकास के लिए एक अरब डॉलर (तकरीबन 72 हजार करोड़ रुपए) की कर्ज सुविधा देने की भी घोषणा की। पांचवें पूर्वी आर्थिक मंच (ईईएफ) के प्लेनरी सेशन में मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच दोस्ती केवल राजधानी शहरों में सरकारी बातचीत तक सीमित नहीं है बल्कि यह लोगों और करीबी व्यापारिक संबंधों की मित्रता के बारे में है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने ‘‘सुदूर पूर्व में कार्य करो’’ (एक्ट फार ईस्ट) की नीति भी पेश की। रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के साथ गतिविधियों को मजबूत बनाने के इरादे से यह नीति लायी गयी है।
उन्होंने कहा, ‘‘रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के विकास के लिये भारत एक अरब डॉलर की कर्ज सुविधा देगा। मेरी सरकार पूर्व की ओर कार्य करो (एक्ट ईस्ट) की नीति पर सक्रियता से काम कर रही है। यह हमारी आर्थिक कूटनीति को एक नया आयाम देगी।’’ बुधवार को दो दिन की यात्रा पर यहां आये मोदी रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वह यहां पुतिन के साथ 20वें भारत-रूस सालाना शिखर सम्मेलन और पांचवें पूर्वी आर्थिक मंच की बैठक में भाग लेने के लिये आये हैं। मंच रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र में व्यापार के विकास और निवेश के अवसरों पर केंद्रित रहा।
‘अर्थव्यवस्था पर केंद्र की खामोशी खतरनाक’: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती और वाहनों की बिक्री में गिरावट को लेकर बृहस्पतिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि मंदी पर सरकार की चुप्पी खतरनाक है। आगे यह भी कहा कि बयानबाजी और अफवाहें फैलाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, “काउंट डाउन…. हर दिन मंदी की खबर और हर दिन भाजपा सरकार की इस पर खामोशी दोनों ही बहुत खतरनाक हैं।”” उन्होंने दावा किया, ””इस सरकार के पास न हल है न देशवासियों को भरोसा दिलाने का बल है। सिर्फ बहानेबाजी, बयानबाजी और अफवाहें फैलाने से काम नहीं चलेगा।”
टीचर्स डे पर शिक्षकों से PM ने की यह अपीलः शिक्षक दिवस पर पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश ने एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक पर अंकुश लगाने के लिए जन आंदोलन शुरू किया है, जिसमें शिक्षक सक्रिय भागीदारी करें, छात्रों को इससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में समझाएं तथा उन्हें इसमें शामिल होने के लिये प्रेरित करें। इस खास मौके पर उन्होंने अपने संदेश में कहा, ‘‘इस शिक्षक दिवस पर मैं अपने साथी शिक्षकों से एक अनुरोध करना चाहता हूँ। देश ने एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक पर अंकुश लगाने के लिए जन आंदोलन शुरू किया है। मैं इस जन आंदोलन में शिक्षक समुदाय की सक्रिय सहायता और भागीदारी चाहता हूं।’’ वह आगे बोले- जब शिक्षक अपने छात्रों को एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में समझाएंगे और इसका उपयोग नहीं करने की सलाह देंगे तो छात्र भी इस जन आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित होंगे। यह पूज्य बापू को उनकी 150वीं जयंती पर एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।