दिल्ली में गुरुवार को दिसंबर माह की अब तक की सबसे ठंडी सुबह दर्ज की गई, इस दौरान न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने शुक्रवार के लिए दिल्ली में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। आइएमडी का कहना है कि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान और 4 डिग्री तक पहुंच सकता है। विभाग ने नागरिकों से कहा है कि घर से बाहर निकलते समय सर्द हवाओं से बचाव करें और गर्म कपड़े पहनें।

गुरुवार को दिल्ली में दिसंबर माह की अब तक की सबसे ठंडी सुबह दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि इससे पहले 1 दिसंबर को 5.7 डिग्री तापमान था। आइएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान में गुरुवार सुबह 3.9 डिग्री की गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान भी सामान्य से 2.2 डिग्री कम 23.1 डिग्री दर्ज किया गया।

दिल्ली में 4 डिग्री तक पहुंच सकता है तापमान

आइएमडी का कहना है कि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान और 1-2 डिग्री और गिरकर 4 डिग्री तक पहुंच सकता है। अधिकतम तापमान 21-23 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। सुबह के समय सर्द सतही हवाओं की रफ्तार 5-10 किलोमीटर प्रति घंटा रहने के बाद दोपहर तक 10-15 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है। इसके पीछे उत्तरी पंजाब में सक्रिय नया पश्चिमी विक्षोभ जिम्मेदार है, जिसका असर दिल्ली में भी दिखेगा। गुरुवार सुबह राजधानी में हल्का कोहरा छाया रहा, लेकिन दोपहर तक हवाओं की रफ्तार बढ़ने से आसमान साफ हुआ और धूप निकली।

मौसम विभाग ने कहा है कि शुक्रवार को आसमान साफ रहेगा। सुबह के मौसम में हल्की धुंध रह सकती है। कहीं कहीं पर शीतलहर चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने अनुसार अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट के संकेत हैं। हालांकि शीतलहर की स्थिति के लिए बस शुक्रवार की ही चेतावनी है। शनिवार से लेकर बुधवार तक के मौसम के लिए किसी तरह की चेतावनी शीतलहर के लिए नहीं है।

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दिल्ली-एनसीआर का AQI बेहद खराब

गुरुवार सुबह राजधानी में धुंध और हल्के कोहरे के साथ दिन की शुरूआत हुई। आसमान में हल्की धुंध की चादर भी दिखाई दी, जिससे विजिबिलिटी कम रही। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार सुबह राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 304 दर्ज किया गया। यह ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक स्थिति दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि बुधवार के मुकाबले एक्यूआई में 38 अंक की गिरावट आई है लेकिन यह गिरावट भी पर्याप्त राहत नहीं दे पाई।

विशेषज्ञों का कहना है कि धुंध के कारण विजिबिलिटी प्रभावित होने के साथ-साथ सांस संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समय बाहर जाने वाले लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे मास्क पहनें और लंबे समय तक खुले में रहने से बचें। वहीं, गुरुवार को सुबह के समय 299 के साथ मामूली सुधार हुआ था। लेकिन दोपहर होते-होते स्तर फिर से बिगड़ गया। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में रहने की उम्मीद है।

दिल्ली में वायु प्रदूषण से हालात खराब

सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़ों से पता चला है कि राजधानी के 40 निगरानी केंद्रों में से 27 ने दिन भर बेहद खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की, जिसमें नेहरू नगर में सबसे ज्यादा 362 एक्यूआइ दर्ज किया गया। वहीं, इस पूरे हफ्ते की बात करें तो दिल्ली की वायु गुणवत्ता में काफी उतार-चढ़ाव आया है। राजधानी में 30 नवंबर को 279 दर्ज किया गया था जो एक दिसंबर को 304 पर पहुंच गया। वहीं, 2 दिसंबर को 372 तक बढ़ गया जो गंभीर स्तर की ओर बढ़ रहा था और गुरुवार की सुबह में थोड़े सुधार और शाम को गिरावट से पहले तीन दिसंबर को 342 पर रहा।

दिल्ली के वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली के प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान 13.7 फीसदी था जो स्थानीय प्रदूषण कारकों में सबसे अधिक है। पढ़ें- बीजिंग, मेक्सिको ने ऐसे कम किया हवा में जहर