कर्ज के बोझ तले दबी सार्वजनिक क्षेत्र की Air India के विनिवेश की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ा है। सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने संभावित खरीदारों के लिये बोली लगाने से जुड़ा प्राथमिक दस्तावेज जारी कर दिया। सरकार ने एयरलाइन में रणनीतिक विनिवेश के लिए रुचि पत्र सौंपने की अंतिम तिथि 17 मार्च रखी है। BJP सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एयर इंडिया को फायदेमंद चीज बताते हुए सवाल पूछा कि केंद्र सरकार इसे बेचने के बजाय मजबूत बनाने पर ध्यान क्यों नहीं दे रही है?
स्वामी ने इस बाबत ‘फाइनैंशियल एक्सप्रेस’ की खबर ट्वीट करते हुए लिखा था, “एयर इंडिया रिकवरी मोड पर हैः ‘महाराजा’ की अप्रैल-दिसंबर की EBITDA सकारात्मक है, जबकि नुकसान कम हुआ है। पीएम मोदी सर, आखिरकार सरकार अभी भी इस ‘फैमिली सिल्वर’ को मजबूत बनाने के बजाय बेचना क्यों चाहती है?”
फिर क्या था, स्वामी के इसी ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी प्रतिक्रियाएं देने लगे। @design_world25 नाम के हैंडल से तंज कसते हुए लिखा गया, “मोदी सरकार का नया फैसला- एयर इंडिया बेच कर स्वदेशी पुष्पक विमान बनाएगी सरकार।”

वहीं, @TribalVoice2 नाम के यूजर ने कहा- क्यों न देश के प्रधानमंत्री के पद के लिए भी टेंडर निकाला जाए। हमारे पीएम अनपढ़ हैं! 10वीं फेल! …वह देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने और रोजगार सृजन करने में नाकाम हैं। कोई रूस, इजरायल और फ्रांस जैसा प्रधानमंत्री चाहिए। बुद्धिमान और निपुण।
आगे @eyzberg ने कहा, “कम नुकसान भी तो नुकसान ही होता है न। अच्छा है कि आप देश के वित्त मंत्री नहीं हैं।” @TEJUSS007 के हैंडल से कहा गया- एयर इंडिया बड़े स्तर पर देश का पैसा पीने/सोंकने वाला ब्लैक होल है। यह दायित्व है न कि फैमिली सिल्वर। सुब्रमण्यम स्वामी इस चीज में गलत हैं। देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएंः


