भारतीय वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी देश चीन ने लद्दाख में एलएसी के पास अपनी पूरी क्षमता के साथ विमानों की तैनाती की है। जिससे कि वह अपने सैनिकों की मदद कर सके। इस मौके पर वायु सेना प्रमुख ने कहा कि चीन के इरादों को समझना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा की चीन का कुछ भी गेम प्लान हो सकता है जिसके लिए भारत को तैयार रहना चाहिए। यहां तक कि चीन और पाकिस्तान की मिलीजुली साजिश के लिए भी देश को तैयार रहना चाहिए।
विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए भदौरिया ने कहा कि लद्दाख में चीनी सेना की तैनाती के बारे में सब भलीभांति परिचित हैं। यहां तक कि चीन ने अपनी वायु सेना को भी पूरी क्षमता के साथ एलएसी पर तैनात किया है। भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायु सेना भी चीन की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई कर रही है और हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा , “ चीन ने एलएसी पर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, सतह से सतह में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की हैं।” जब उनसे पूछा गया कि भारतीय वायु सेना इससे कैसे निपटेगी तो उन्होंने कहा, “ फिलहाल हमने भी पूरी तरह से तैयारी की हुई है। अगर ऐसा नहीं होता तो आज लद्दाख में स्थिति दूसरी होती।”
भदौरिया ने कहा, “जिस तरह से भारत की तीनों सेनाएं तैनात की गईं चिंता की कोई बात नहीं है। देश की सुरक्षा के लिहाज से कोई शक नहीं है।” उन्होंने कहा, “हमने चीन को माकूल जवाब दिया है।” ब्रह्मोस मिसाइल वाहक सुखोई-30MKI से कोई भी टारगेट बच नहीं सकता है।
उन्होंने कहा,”दक्षिण एशिया अब प्रमुख शक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा का केंद्र बन रहा है।” “तेजी से विकसित हो रही अनिश्चितताओं और वैश्विक भू-राजनीतिक मोर्चे पर अस्थिरता ने चीन को अपनी बढ़ती शक्ति को दिखाने का मौका दिया है। साथ ही वैश्विक सुरक्षा के लिए प्रमुख शक्तियों की अपर्याप्त कोशिशें भी सामने आई हैं। इससे पारंपरिक सहयोगियों और राष्ट्रों के बीच भ्रम और असुरक्षा पैदा हुई है।”
उन्होंने कहा,“अब हम यथास्थिति में बदलाव के प्रयासों में बढ़ोतरी देख रहे हैं… चीन की आकांक्षाएं वैश्विक मोर्चे पर काफी स्पष्ट हैं, और उसके लिए क्षेत्रीय वर्चस्व वैश्विक नेतृत्व का एक रास्ता है।”
बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ANI को दिए साक्षात्कार में कहा कि चीन अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में बहुत से बुनियादी ढाँचे का विकास कर रहा है। भारत भी सीमा पर लोगों के लिए और वहां सैनिकों के लिए तीव्र गति से बुनियादी ढाँचा विकसित कर रहा है। हम किसी भी देश पर हमला करने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास नहीं कर रहे हैं, लेकिन हमारे लोगों के लिए कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि इंडिया ऐसी किसी भी चीज को बर्दाश्त नहीं करेगा जो उसके स्वाभिमान को चोट पहुंचाती है। सिंह ने कहा, ‘जो हमें छेड़ेगा हम उसे छोडे़ंगे नहीं।’