AIMIM Leader Allegation on Arvind Kejriwal: अरविंद केजरीवाल के गुजरात में खुद को सबसे बड़ा हिंदूवादी बताते पर राजनीति शुरू हो गई। 8 अक्टूबर को दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा था कि मेरा जन्म कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुआ था, मुझे भगवान ने कंस के वंशजों को खत्म करने के लिए भेजा है। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने दाहोद में कहा था कि अगर आम आदमी पार्टी गुजरात में सत्ता में आती है, तो वह भगवान राम के दर्शन के इच्छुक लोगों की अयोध्या यात्रा का पूरा खर्च उठाएगी। इसी मुद्दे पर न्यूज चैनल में डिबेट शो हुए। AIMIM नेता ने अरविंद केजरीवाल को संप्रदायिक कहा।
दरअसल, इंडिया टीवी के डिबेट शो में AIMIM नेता कलीमुल हफ़ीज़ ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जब राजनीति में आए थे तो उनके कई बयान बड़े मशहूर हुए थे। उनमें से एक बयान है कि देश में संप्रदायिकता भ्रष्टाचार से भी बड़ा मुद्दा है, जब दिल्ली की जनता ने उनके हाथ में सत्ता सौंप दी, तो सबसे बड़े संप्रदायिक वो हो गए।
राम मंदिर को लेकर केजरीवाल पर बोला हमला
कलीमुल हफ़ीज़ ने आगे कहा कि केजरीवाल का एक और बयान था कि उनकी दादी कहती थीं कि हमें राम मंदिर किसी की मस्जिद गिरा कर नहीं चाहिए। मैं ऐसे राम मंदिर को पसंद नहीं करता, लेकिन जैसे राम मंदिर का फैसला आया राम मंदिर जाने वाली ट्रेन को सबसे पहले हरी झंडी दिखाने पहुंच गए। कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा कि उनके बड़े भाई बीजेपी वालों ने उनको घुसने नहीं दिया, तो पतली गली से रेलवे स्टेशन पहुंच गए। कलीमुल हफ़ीज़ ने कहा ‘मुस्लिमों पर जुल्म होता है तो अरविंद केजरीवाल इसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते।’
दिल्ली का चुनाव आया तो केजरीवाल हनुमान भक्त बन गएः कलीमुल हफीज
AIMIM नेता कलीमुल हफ़ीज़ ने डिबेट शो में कहा कि दिल्ली का चुनाव आया तो खुद को हनुमान भक्त बताना शुरू कर दिया और हनुमान चलीसा पढ़ना शुरू कर दिया। इंतेहा तब हो गई जब दिवाली पूजा पर लाइव प्रसारण किया। AIMIM नेता कहा कि पहले संविधान को बीजेपी ताक पर रखती थी, अब केजरीवाल ऊंची वाली ताक पर रखते हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि केजरीवाल ने टोपी पहनकर मुसलमानों को बेवकूफ बनाया था। बीजेपी इनसे आगे है, इनकी पिच पर खेलोगे, तो बीजेपी इनसे बड़ी खिलाड़ी है। हिंदुत्व को फैलाने में बीजेपी असली खिलाड़ी है। अरविंद केजरीवाल केवल अपनी बातों से मैनेज कर सकते हैं।