एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अग्निपथ योजना को लेकर जारी हिंसक प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कोई भी हिंसा का समर्थन नहीं करता है और न ही किसी को इसका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जो हिंसा हुई है क्या उसके लिए भाजपा की सरकार और पीएम मोदी जिम्मेदार हैं या नहीं। ओवैसी एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रख रहे थे। इस दौरान एंकर ने सवाल किया कि वे इस्लाम को ऊपर रखते हैं या संविधान को? इस सवाल पर एआईएमआईएम प्रमुख भड़क गए।

टीवी9 भारतवर्ष के एक कार्यक्रम में जब एंकर ने ओवैसी से यह सवाल किया तो वह भड़क गए और बोले, “ये सवाल नरेंद्र मोदी से पूछा जाए, ये सवाल अमित शाह से क्यों नहीं पूछा जाता। आपको मुसलमान दिख गया तो कहते हैं… बोलो। ये बात मुसलमान से क्यों पूछी जाती है कि तुम वतन के वफादार हो या नहीं। क्या आप ये सवाल मौलाना अबुल कलाम आजाद से या फिर उन उलेमाओं से सवाल करेंगे जिन्होंने देश की आजादी के लिए जेहाद का फतवा दिया था।”

ओवैसी ने गुस्से में कहा, “हम आजादी का 75वां साल मना रहे हैं लेकिन आपके दिल में अभी भी एक कीड़ा है कि मुसलमान वफादार है या नहीं है। मैंने भारत के संविधान के संविधान के ऊपर अल्लाह के नाम पर शपथ ली है। इससे बढ़कर मुझे आपसे वफादारी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। आप क्या सोचते हैं मुझे इसकी फिक्र नहीं है।” उन्होंने कहा, “मैं यह कह रहा हूं कि देश में मुझे अपने मजहब पर चलने की इजाजत है। मुझे देश के चप्पे-चप्पे से मोहब्बत है।” ओवैसी ने कहा कि संविधान से ही देश चलेगा।

एआईएमआईएम प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में कहा, “आज जो हिंसा हुई, उसका कारण क्या है? उसका कारण है कि देश के प्रधानमंत्री ने एक गलत फैसला लिया। उन नौजवानों में बेरोजगारी उनका मुकद्दर बनाना चाहते हैं जो दो-दो साल से इस बात का इंतजार कर रहे थे कि फौज में, नेवी में उनको जगह मिलेगी।”