पाकिस्तान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान काफी चर्चाओं में है। उनसे अमेरिका के शिकागो में पाकिस्तानी मुसलमानों को लेकर एक सवाल किया गया था, जिस पर उनका जवाब सुर्खियों में आ गया। उन्होंने कहा कि बंटवारे के समय रजाकार पाकिस्तान चले गए और वफादार भारत में ही रह गए। उन्होंने 2008 के मुंबई हमलों को लेकर भी बयान दिया है।
एक कार्यक्रम के दौरान उनसे सवाल किया गया था कि क्या वह पाकिस्तानी मुसलमानों को भी अपना भाई मानते हैं। इसके जवाब में ओवैसी ने कहा, “हम पाकिस्तान नाम का एक और राष्ट्र बनाने के लिए खिलाफ थे क्योंकि हमारे पूर्वजों ने आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी।” उन्होंने कहा कि रजाकार पाकिस्तान चले गए और वफादार भारत में ही रह गए। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि 2008 में मुंबई हमलों के दौरान पाकिस्तान ने क्या किया। वहां आतंकवाद है इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। उन्होंने मासूमों को मारा है, हम इसे कैसे भूल सकते हैं? कसाब पाकिस्तान का ही था।”
इससे पहले उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत को लेकर भी बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में मुसलमान सुरक्षित हैं, यह बोलने वाले मोहन भागवत कौन होते हैं। मोहन भागवत कई बार अपने भाषणों में कई बार कह चुके हैं कि भारत में मुसलमान सुरक्षित है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए कहा था, “पूरी दुनिया में इस्लाम का आक्रमण हुआ- स्पेन से मंगोलिया तक। धीरे-धीरे कालांतर में वहां के लोग जागे, उन्होंने आक्रमणकारियों को परास्त किया तो अपने कार्यक्षेत्र में इस्लाम सिकुड़ गया। सबने सब बदल दिया। अब विदेशी तो यहां से चले गए, लेकिन इस्लाम की पूजा यही सुरक्षित चलती है।”
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अभी आरएसएस के चीफ का बयान आया कि इस्लाम जो है, वहां पर गया खत्म हो गया, मगर कहीं पर सुरक्षित है तो भारत में हैं। उन्होंने कहा, “ये तो संविधान है। संविधान है तो हम सुरक्षित हैं। आप हमें आक्रमणकारी बोलते हैं। अगर आक्रमणकारी हैं तो आर्यन हैं। ये मुल्क किसी का है तो आदिवासियों और द्रविड़ों का है। मानव विज्ञानियों ने इसकी पुष्टि की है। खुद बाल गंगाधर तिलक ने कहा कि हम ब्राह्मण लोग आर्कटिक से आए थे।”