अतीक अहमद के बेटे के एनकाउंटर पर विपक्ष के नेता सवाल खड़े कर रहे हैं। AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने तेलंगाना में एक कार्यक्रम में बीजेपी सरकार के काम के तरीके पर जमकर सवाल उठाए। ओवैसी ने जुनैद और नसीर हत्याकांड का जिक्र करते हुए पूछा, “जुनैद और नसीर के मारने वालों को भी गोली मारोगे क्या बीजेपी वालों? जुनैद और नसीर को जिसने मारा क्या तुम उसका भी एनकाउंटर करोगे बीजेपी वालों, नहीं मारोगे तुम।”

अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी बेहद गुस्से में नजर आ रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि तुम जुनैद और नासिर को मारने वालों का एनकाउंटर इसलिए नहीं करोगे क्योंकि तुम मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हो। मारों जुनैद औऱ नसीर के कातिलों को। नहीं मारोगे, अबतक एक पकड़ा गया, 9 गायब है।

ओवैसी ने आगे कहा कि कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। तुम संविधान का एनकाउंटर करना चाहते हो। तुम रूल ऑफ लॉ को कमजोर करना चाहते हो, फिर कोर्ट किस लिए है। अदालत किस लिए है, CRPC, IPC किस लिए है, जज किस लिए हैं। पब्लिक प्रोसेक्यूटर किस लिए है। अगर तुम फैसला करोगे कि गोली से इंसाफ करेंगे तो बंद कर दो अदालतों को, जज क्या काम करेंगे फिर। ये काम कोर्ट का है, आपका नहीं है। आप पकड़ो मुजरिम को, कोई कत्ल करता है तो सजा दिलाओ उसको।

असद अहमद एनकाउंटर पर मायावती और अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है।

इससे पहले सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ है।