प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा से पहले 200 से ज्‍यादा लेखकों ने वहां के प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन को खुला खत लिखा है। इसमें उन्‍होंने मांग की है कि मोदी पर इस बात के लिए दबाव बनाएं कि वह भारत के संविधान में लोकतांत्रिक आजादी की जो भावना व्‍यक्‍त की गई है, उसका पालन सुनिश्चित करवाएं। खत लिखने वालों में सलमान रुश्‍दी, नील मुखर्जी और मैगी गिब्‍सन सहित कई नामी-गिरामी लेखक शामिल हैं।

पेन इंटरनेशनल पर पब्लिक किए गए इस खत में लेखक एम.एम. कलबुर्गी और पनसारे की हत्‍याओं, गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द होने, सुधींद्र कुलकर्णी पर स्‍याही फेंके जाने, लेखकों द्वारा साहित्‍य अकादमी पुरस्‍कार लौटाए जाने सहित कई मु्द्दों का जिक्र किया गया है।

बता दें कि मोदी 12 से 14 नवंबर तक ब्रिटेन में रहेंगे। बतौर पीएम यह उनकी पहली ब्रिटेन यात्रा है। इसे यादगार बनाने के लिए उन्‍होंने कई कार्यक्रम तय कर रखे हैं। ऐसे में लेखकों का विरोध किए जाने से उनकी नकारात्‍मक छवि बनने का खतरा हो गया है।

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