कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा कि 75 साल में पहली बार सरकार के किसी फैसले का बचाव करने के लिए सेना प्रमुखों को सामने रखा जा रहा है। साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री अग्निपथ योजना पर चुप क्यों हैं?
सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना पर बढ़ते विरोध को देखते हुए रविवार (19 जून 2022) को तीनों सेनाओं ने नई नीति को लेकर जानकारी दी थी। थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रतिनिधियों ने अग्निपथ के तहत भर्ती का विस्तृत कार्यक्रम सामने रखते हुए स्पष्ट किया था कि तीनों बलों की औसत आयु कम करने के लिए इसे लागू करना जरूरी है। साथ ही उपद्रव करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा था कि हिंसा और आगजनी करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस का सत्याग्रह: वहीं अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस के सत्याग्रह की जानकारी देते हुए सोमवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, “लोग बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के सत्याग्रह में शामिल हुए हैं, जो मोदी सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ लोगों की नाराजगी का एक व्यापक प्रदर्शन है। अन्यायपूर्ण अग्निपथ योजना और भाजपा की प्रतिशोधात्मक राजनीति के खिलाफ कांग्रेस अपना शांतिपूर्ण विरोध पुरजोर तरीके से जारी रखेगी।”
अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को विजय चौक से राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम अग्निपथ भर्ती योजना और सांसदों पर पुलिस अत्याचार के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपने के लिए राष्ट्रपति से मिलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “अग्निपथ योजना पर हमने राष्ट्रपति से कहा है कि इस पर न तो किसी समिति से चर्चा हुई और न ही संसद में पेश किया गया। हमने कहा कि यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। राष्ट्रपति से इस पर विचार करने को कहा गया है।”
RSS में लाना चाहती है बीजेपी: भाजपा पर निशाना साधते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा 46 हजार युवकों को तैयार करके आरएसएस में लाना चाहती है। क्या किसी देश में ऐसा हुआ है कि ट्रेनिंग देकर उसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाए। कांग्रेस नेता ने कहा भाजपा चार साल तक ट्रेनिंग और स्टाइपेंड देकर युवाओं को चुनाव तक व्यस्त रखने के लिए यह काम कर रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे युवा महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध न करें।