Agnipath Scheme Protest: टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अग्निपथ योजना का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि यह योजना युवाओं के लिए रक्षा बलों में सेवा करने के अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा यह टाटा समूह सहित अन्य उद्योगों के लिए बहुत अनुशासित और प्रशिक्षित कार्यबल भी उपलब्ध कराएगी।
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। इसके चलते भारतीय रेलवे को तगड़ा नुकसान हुआ है। भारतीय रेलवे ने जानकारी दी अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे आंदोलन के कारण सोमवार को 208 मेल एक्सप्रेस और 379 पैसेंजर ट्रेनों सहित 595 से अधिक ट्रेनें रद्द की गई। इसके साथ ही 4 मेल एक्सप्रेस और 6 यात्री ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहीं।
बता दें कि राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कांग्रेस के 7 लोगों का दल सोमवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिला। मुलाकात के बाद खड़गे ने कहा कि हमने 2 मुद्दे उठाए। हमने उनको अग्निपथ योजना को लेकर ज्ञापन सौंपा है और दूसरा जो कांग्रेस को डराने-धमकाने और कुचलने की कोशिश का जा रही है उसके ख़िलाफ़ ज्ञापन सौंपा है।
खड़गे ने कहा कि सरकार बिना किसी से पूछे यह योजना लाई है। इस योजना पर किसी से चर्चा नहीं हुई, स्टेंडिंग कमेटी में भी नहीं आई और न ही सदन में इस पर किसी भी तरह की कोई चर्चा हुई। हमने राष्ट्रपति से कहा कि ये हमारे लोकतांत्रिक हक का हनन है।
बता दें कि सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ सोमवार (20 जून 2022) को भारत बंद का आह्वान किया गया है। भारत बंद की घोषण के बीच कांग्रेस ने भी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। भारत बंद के कारण कई जगहों पर सड़कें बंद कर दी गईं हैं। कई राजमार्गों पर लंबा जाम लग गया है। दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे तीन कांग्रेस विधायक समेत 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
Agneepath Scheme Protest: नरेंद्र मोदी सरकार की लाई नई सेना भर्ती से जुड़ी स्कीम अग्निपथ योजना को लेकर देश में फिलहाल उबाल और बवाल देखने को मिल रहा है।
पुलिस ने पटना में गुरु रहमान के आवास और उनके कोचिंग सेंटर पर छापेमारी की। बता दें कि गुरु रहमान पर अग्निपथ योजना के खिलाफ दानापुर रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा का आरोप है। ऐसे में पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने अग्निपथ योजना का समर्थन करते हुए कहा कि इस योजना के जरिए युवाओं को रक्षा बलों में सेवा करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा यह टाटा समूह सहित अन्य उद्योगों के लिए बहुत अनुशासित और प्रशिक्षित कार्यबल भी उपलब्ध कराएगी।
भारतीय रेलवे ने बताया अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे आंदोलन के कारण सोमवार को 208 मेल एक्सप्रेस और 379 पैसेंजर ट्रेनों सहित 595 से अधिक ट्रेनें रद्द की गई। इसके साथ ही 4 मेल एक्सप्रेस और 6 यात्री ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहीं।
अग्निपथ योजना पर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि यह देश और देश के नौजवानों के लिए अच्छी योजना है। इस पर 1999 से चर्चा हो रही थी। अलग-अलग कमेटी और प्लेटफॉर्म पर चर्चा होने के बाद अंत में इस को लागू किया है। इसको राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए।
राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने के बाद कहा कि सरकार बिना किसी से पूछे यह योजना लाई है। इस योजना पर किसी से चर्चा नहीं हुई, स्टेंडिंग कमेटी में भी नहीं आई और न ही सदन में इस पर किसी भी तरह की कोई चर्चा हुई। हमने राष्ट्रपति से कहा कि ये हमारे लोकतांत्रिक हक का हनन है।
राज्य सभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारे 7 लोगों का दल राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी से मिला और 2 मुद्दे उठाए। हमने उनको अग्निपथ योजना को लेकर ज्ञापन सौंपा है और दूसरा जो कांग्रेस को डराने-धमकाने और कुचलने की कोशिश का जा रही है उसके ख़िलाफ़ ज्ञापन सौंपा है।
कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी की ईडी की पूछताछ और अग्निपथ योजना को लेकर राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की। इस दौरान पुलिस द्वारा कांग्रेसी सांसदों के साथ बदसलूकी की भी बात रखी।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 'अग्निपथ' योजना को लेकर सोमवार को कहा कि देश के युवाओं को सशस्त्र बलों के लिए घोषित नई भर्ती प्रक्रिया के बारे में 'गलत सूचना अभियान' के झांसे में नहीं आना चाहिए। यह देश के लिए और रक्षा बलों के लिए काम करने के इच्छुक लोगों के लिए एक "महत्वपूर्ण योजना" है। मेघवाल ने कहा कि कुछ युवा गलत जानकारी के चलते योजना का विरोध कर रहे हैं। उन्हें सलाह है कि वे इस तरह झांसे में न आएं।
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट ने कहा कि विपक्ष मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा-"हर किसी को विरोध करने का अधिकार है लेकिन विपक्ष मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए काम कर रहा है। मुझे बताएं कि क्या पिछले 8 वर्षों में राष्ट्रहित में कोई कदम नहीं उठाया गया है, इन 8 वर्षों में भारी बदलाव लाया गया है, जो विपक्ष को परेशान कर रहा है।"
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 75 साल में पहली बार सरकार द्वारा लिए गए नीतिगत फैसले का बचाव करने के लिए सेना प्रमुखों को सामने रखा जा रहा है।
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अग्निपथ योजना पर तंस कसते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- "यदि आप ड्राइवर, धोबी या नाई के रूप में प्रशिक्षित होना चाहते हैं, तो अग्निवीर बनें यदि आप चौकीदार के रूप में प्रशिक्षित होना चाहते हैं, तो अग्निवीर बनें। अगर आप पकोड़े फ्राई करना सीखना चाहते हैं तो अग्निवीर बनें, लेकिन अगर आप सिपाही बनना चाहते हैं तो अप्लाई न करें।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'अग्निपथ' योजना को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि भगवा खेमा नए रक्षा भर्ती कार्यक्रम के जरिए अपना 'सशस्त्र' कैडर आधार बनाने की कोशिश कर रहा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को 'अग्निपथ' योजना को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि भगवा खेमा नए रक्षा भर्ती कार्यक्रम के जरिए अपना 'सशस्त्र' कैडर आधार बनाने की कोशिश कर रहा है।
अग्निपथ योजना के विरोध को लेकर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा- "हमारे युवाओं, हमारे घरों में युवाओं को गुमराह किया जा रहा है और गलत दिशा में ले जाया जा रहा है।"
सेना ने सोमवार को अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना के तहत सैनिकों को शामिल करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। सेना ने कहा कि नए मॉडल के तहत ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है। ऑनलाइन पंजीकरण जुलाई से शुरू होगा।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने मोदी सरकार को अग्निपथ योजना पर घेरते हुए कहा- “अगर वे लोग, जिनके लिए यह लाया गया है, संतुष्ट हो जाएं तो हमें क्या समस्या होगी? लेकिन वे नहीं हैं, वे विरोध कर रहे हैं और रो रहे हैं। उनके आंसू, उनके दुख का कारण राष्ट्र के सामने पेश करना हमारा कर्तव्य है। यह अकेले युवाओं के लिए कोई मुद्दा नहीं है। अब सशस्त्र बलों के चरित्र पर सवालिया निशान लग गया है। यह गंभीर चिंता का विषय है।"
अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे छात्रों ने हरियाणा में कई जगहों पर सड़कों को ब्लॉक कर दिया है। फतेहाबाद में, युवाओं के एक समूह ने लाल बत्ती चौक को ब्लॉक कर दिया, जबकि कई अन्य ने रोहतक जिले में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा और पंजाब में जारी विरोध के बीच दोनों राज्यों में प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हरियाणा के अंबाला, रेवाड़ी और सोनीपत और पंजाब के लुधियाना, जालंधर और अमृतसर सहित कई रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर रविवार को पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजधानी पटना में उपद्रवियों ने GRP Taregana के आसपास वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है। इस बीच, 'अग्निपथ' भर्ती योजना के विरोध में रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कांग्रेस नेताओं ने 'सत्याग्रह' किया। इस दौरान पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य अन्य नेता मौजूद रहे। वाड्रा ने मीडिया से कहा, "देश की सेवा करने के लिए पूरे जीवन भर सेना में भर्ती होना चाहते हैं। ये जो भी हो रहा है गलत हो रहा है। इस योजना को वापस लेना चाहिए।" वहीं, राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले पार्टी नेता सचिन पायलट बोले- कोविड के बहाने से आपने (सरकार) 2 साल से भर्तियां रोक रखी थी। 1.25 लाख भर्तियां केवल फौज में खाली है। आप सिर्फ भ्रमित कर लोगों का भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सत्याग्रह कर सरकार को यह योजना वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।
तीनों सेना के एक संयुक्त बयान में कहा गया कि अग्निपथ स्कीम वापस नहीं होगा। सेना ने कहा कि कोचिंग संस्थान छात्रों को भड़का और उकसा रहे हैं। अनिल पुरी ने कहा कि सेना में जाने वाले उम्मीदवारों को हिंसा और प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। सेना ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया की तारीखों का एलान करते हुए बताया कि थलसेना की भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से, वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से और नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे। अनिल पुरी ने कहा कि जो भी युवा इधर-उधर, भटक रहे हैं वह अपना समय बर्बाद नहीं करें क्योंकि किसी के लिए भी फिजिकल टेस्ट पास करना उतना आसान नहीं होता है। उनसे गुजारिश है कि वह अपना पूरा ध्यान अगले महीनों में होने वाले टेस्ट पर लगाएं।'
रविवार को अग्निपथ स्कीम को लेकर तीनों सेनाओं ने प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि 'अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। बता दें कि अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ करने वालों कड़ा संदेश देते हुए अनिल पुरी ने कहा कि सैन्य उम्मीदवारों को नामांकन फॉर्म में एक लिखित हलफनामा देना होगा कि वे आगजनी में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा कि अगर इसमें किसी अभ्यर्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है, तो वे सेना में शामिल नहीं हो सकते।
अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने हिंसा करने वालों को लेकर कहा कि अग्निपथ योजना एक स्वैच्छिक योजना है। इसमें जो आना चाहते हैं वे आ सकते हैं। आपको आने के लिए कौन कह रहा है? केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदर्शनकारी बसें और ट्रेन जला रहे हैं, किसी ने कहा है कि आपको सेना में ले जाया जाएगा, अगर आप हमारे मापदंडों पर खरे उतरोगे तभी आप आ सकते हो? हिंसा करने वाले युवाओं को सेना ने भी आगाह किया है कि सेना अनुशासन पसंद लोगों की ही जरूरत है।
अग्निपथ योजना के खिलाफ मचे बवाल के बीच आनंद महिंद्रा ने भी बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को रिटायरमेंट के बाद वह अपनी कंपनी में काम करने का मौका देंगे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''जिस तरह से हिंसा हो रही है, उससे मैं दुखी हूं और निराश हूं। पिछले साल इस योजना पर जब विचार किया जा रहा था तब मैंने कहा था कि अग्निवीरों को जो अनुशासन और कौशल सेना में रहते हुए प्राप्त होगा वह उन्हें रोजगार के काबिल बनाएगा और हम इस तरह के प्रशिक्षित युवाओं को अपने भर्ती का मौका देंगे।
भारत बंद के ऐलान को देखते हुए यूपी सरकार भी अलर्ट है। नोएडा में धारा 144 लगा दी है। वहीं, पश्चिम बंगाल के हावड़ा ब्रिज, हावड़ा स्टेशन, शलीमार रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
गलत सूचनाएं फैलाने के आरोप में 35 वॉट्सऐप ग्रुप्स को बैन किया गया है। फेक न्यूज फैलाने और युवाओं को हिंसा के के लिए उकसाने के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
बिहार के 17 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया है। पंजाब में कोचिंग सेंटर्स के आसपास कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं तो वहीं, झारखंड में भारत बंद के ऐलान के चलते सरकार ने स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है।
वायुसेना ने जारी किया अग्निपथ भर्ती योजना का विवरण
भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ भर्ती योजना का विवरण जारी कर दिया है। दी गई जानकारी के मुताबिक, अग्निवीरों को वही सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी जो एक सेना के जवान को दी जाती है। अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा सबकुछ मिलेगा।
मुख्यमंत्री बघेल का सवाल, सेना में युवाओं को ठेके पर रखने का क्या औचित्य है?
अग्निपथ योजना पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पूरा देश जल रहा है. युवा आक्रोशित हैं और सड़कों पर हैं, तो ऐसे में भारत सरकार को सामने आकर जवाब देना चाहिए कि सेना में युवाओं को ठेके पर रखने का क्या औचित्य है?
प्रियंका गांधी की युवाओं से अपील, फर्जी राष्ट्रवादियों को पहचानिए
युवाओं से फर्जी राष्ट्रवादियों को पहचानने की अपील करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि अग्निपथ योजना उनके एवं सेना के लिए विनाशकारी साबित होगी उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को अपनी पार्टी के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
बीजेपी ने विपक्ष पर लगाया सरकार के लिए अस्थिरता पैदा करने का आरोप
अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच बीजेपी ने रविवार को विपक्ष पर राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के मुद्दे पर राजनीति करने और सरकार के लिए अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में कांग्रेस के सत्याग्रह को शुद्ध राजनीति करार दिया।
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भारत का एक-एक नौजवान देश के लिए कुर्बानी देने के लिए तैयार है। कुछ लोग छात्रों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। जब लोग 'अग्निपथ' योजना को जानेंगे तो कोई विरोध नहीं करेगा। हिंसा से किसी भी चीज का समाधान नहीं हो सकता।
'अग्निपथ' योजना पर तेज होते विरोध प्रदर्शनों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को योजना का बचाव करते हुए कहा कि इसे पूर्व सैनिकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद लागू किया गया है। सिंह ने कहा कि योजना के संबंध में राजनीतिक कारणों से ''भ्रम'' फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह योजना सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। योजना के तहत भर्ती कर्मियों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सिंह ने टीवी 9 मीडिया समूह की ओर से आयोजित एक सम्मेलन में कहा, ''यह योजना सशस्त्र बलों की भर्ती प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएगी। कुछ लोग इसके बारे में गलतफहमी फैला रहे हैं। हो सकता है कि लोगों में कुछ भ्रम हो, क्योंकि यह एक नयी योजना है।'' रक्षा मंत्री ने कहा कि इस योजना को पूर्व सैनिकों के साथ लगभग दो साल तक विचार-विमर्श करने के बाद लागू किया गया है और इस संबंध में आम सहमति के आधार पर निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा, ''हम चाहते हैं कि लोगों में देश के लिए अनुशासन और गर्व की भावना हो।''
रक्षा मंत्री ने किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना कहा कि 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ कुछ विरोध प्रदर्शनों के राजनीतिक कारण हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ''राजनीति करने के लिए और भी बहुत सारे मुद्दे हैं। लेकिन हम चाहे विपक्ष में रहें या फिर सत्ता में में, जो भी राजनीति करते हैं, वह देश के लिए होती है।'' रक्षा मंत्री ने कहा, ''क्या हमें देश के जवानों का मनोबल गिराना चाहिए? यह सही नहीं है।'' अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर जवानों की भर्ती की जाएगी, जिसके बाद उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन के बिना अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। शेष 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए बरकरार रखा जाएगा। इन जवानों का चयन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। योजना के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 'अग्निपथ योजना' के तहत भर्ती किए जाने वाले कर्मियों को राज्य सरकारों, निजी उद्योगों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अर्धसैनिक बलों की विभिन्न नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।