Agneepath Protest : अग्निपथ योजना को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिपरिषद ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर अग्निपथ योजना को वापस लेने की बात कही है। इसमें कहा गया कि व्यापक जनहित और युवाओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अग्निपथ योजना को वापस लिया जाना चाहिए।
वहीं बिहार में बीते चार दिन से हिंसक प्रदर्शन जारी है। इस बीच केंद्र सरकार ने बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी समेत 10 भाजपा नेताओं को सीआरपीएफ द्वारा ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
वहीं इस योजना को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच भाजपा शासित प्रदेशों ने अग्निवीरों के लिए रियायतों की घोषणा की है। बता दें कि इस योजना के विरोध को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने अग्निवीरों को नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। वहीं इससे पहले गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ और असम राइफल्स में 10 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की थी।
गृह मंत्रालय के कार्यालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि, ‘‘गृह मंत्रालय ने सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती के लिए ‘अग्निवीरों’ को निर्धारित ऊपरी आयु सीमा में तीन साल की छूट देने का भी फैसला किया है। इसके अलावा, ‘अग्निवीरों’ के पहले बैच को निर्धारित ऊपरी आयु सीमा में पांच वर्ष की छूट दी जाएगी।’’
जहां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश की सरकार ने अग्निवीरों को राज्य पुलिस में शामिल करने की घोषणा की है वहीं कर्नाटक ने भी अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया है। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि भावी अग्निवीरों को राज्य पुलिस में सेवा करने का मौका मिलेगा। मैं इस योजना का विरोध करने के लिए हो रहे विरोध प्रदर्शनों की निंदा करता हूं।
खेल मंत्रालय भी कर रहा है विचार: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं से कहा कि जो पीटी टीचर बनना चाहते हैं उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करना हमारी प्राथमिकता होगी। विभिन्न राज्यों में 15 लाख पीटी टीचरों के पद रिक्त हैं। हम इस दिशा में भी सोच रहे हैं।
स्कीम नहीं होगी वापस: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कहा है कि सरकार इस स्कीम को वापस नहीं लेगी। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि अग्निपथ योजना सभी हितधारकों के साथ विचार परामर्श करने के बाद लाई गई है। इसे वापस करने की कोई बात ही नहीं है। इस योजना को मनीष तिवारी जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है।
पूर्व सेना प्रमुख व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का बड़ा बयान: पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने सरकार की अग्निपथ योजना का समर्थन करते हुए News18 को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि लोगों को हिंसा के लिए उकसाया जा रहा है। इस योजना के विरोध में हिंसा भड़काने, सार्वजनिक संपत्ति जलाने के लिए लोगों को 500 रुपये दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन हिंसक विरोधों को विपक्षी दलों द्वारा उकसाया और प्रेरित किया जा रहा है। जो असली जरूरतमंद व्यक्ति है वो हमारी बात सुनेगा।
एयर चीफ मार्शल क्या बोले: इस योजना के विरोध में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि इस तरह की हिंसक प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने हड़ताल में भाग लेने वाले रक्षा नौकरी के उम्मीदवारों को आगाह करते हुए कहा कि प्रदर्शन करने वालों को इसके लिए आगे बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
एयर चीफ मार्शल ने कहा, “हम इस तरह की हिंसा की निंदा करते हैं। यह समाधान नहीं है। हिंसा में शामिल लोगों को पुलिस वेरिफिकेशन में दिक्कत होगी।
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में यूपी के जौनपुर से लेकर बिहार के जहानाबाद में प्रदर्शनकारी छात्रों ने आगजनी और तोड़फोड़ की। कुछ जगहों पर उन्होंने ट्रकों और बसों में आग लगा दी। दानापुर रेलवे डिवीजन के डीआरएम प्रभात कुमार ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के कारण रेलवे को 200 करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों ने ट्रेन के 50 डिब्बों और 5 इंजनों को आग के हवाले कर दिया।
Agneepath Protest: देश के कई राज्यों में एक तरफ अग्निपथ स्कीम का विरोध हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ रक्षा मंत्रालय, CAPFs और असम राइफल्स में इस स्कीम के तहत अग्निवीरों को भर्ती के लिए 10 प्रतिशत का आरक्षण दिए जाने की घोषणा की गई है।
बिहार में ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों के कारण जाम में फंसी स्कूल बस में मौजूद एक छोटे से बच्चे का वीडिया वायरल हुआ है, जिसमें वह रोते हुए कह रहा है कि ‘‘उसे डर लग रहा है।’’ इस वीडियो को बिहार के दरभंगा जिले का बताया जा रहा है। वायरल हुए वीडियो में ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों के कारण जाम में फंसी अपनी स्कूल बस के बीच में खड़ा उक्त बच्चा दिख रहा है।वीडियो के अनुसार किसी व्यक्ति द्वारा यह पूछे जाने पर क्या उसे डर लग रहा है, तो वह रोते हुए रुमाल से अपना चेहरा और आंखें पोछते हुए नजर आ रहा है।
वीडियो में दिख रहा है कि बस में कुछ और लड़के और लड़कियां हैं और सभी स्कूल ड्रेस में हैं। बस में एक महिला जो संभवतः शिक्षिका या कोई अन्य है बच्चों को आश्वस्त करते हुए सुनायी दे रही है कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं। वीडियो की सत्यता की तत्काल पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि, बिहार में गत तीन दिन से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।
पूर्व चुनाव रणनीतिकार और अब राजनीति में आए प्रशांत किशोर ने जहानाबाद में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ‘‘हिंसा से उनका आंदोलन कमजोर होगा। अगर वे शांत रहेंगे तो उनकी आवाज सुनने को सरकार मजबूर होगी।’’
दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में अग्निपथ योजना से जुड़े विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर वहां के डीएम ने साफ कहा है- चार से अधिक व्यक्तियों के एकजुट होने पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध अभी भी जारी है। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई होगी।
‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को इस योजना के समर्थन में मैदान में उतारा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तो इसे देश सेवा का ‘‘सुनहरा अवसर’’ करार दिया। भाजपा नेताओं ने रक्षा सेवाओं में भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ योजना’ में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले की भी जमकर सराहना की और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया।
सशस्त्र बलों में भर्ती की घोषित नयी योजना ‘‘ अग्निपथ’’के खिलाफ गौतमबुद्ध गर जिले के जेवर क्षेत्र में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर तोड़फोड़ करने के मामले में 75 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि अबतक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी की घटना की उपलब्ध तस्वीरों और वीडियो के आधार पर पहचान की जा रही है। शुक्रवार की सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे के जेवर टोल के पास प्रदर्शनकारियों ने एक्सप्रेस -वे को जाम कर दिया था। प्रदर्शन के आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों ने उग्र होकर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से सड़क पर खड़ी कई निजी बसों के शीशे टूट गए तथा कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए।
प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना में जेवर थाना के थानाध्यक्ष अंजनी कुमार सिंह सहित आठ पुलिसकर्मी व एक बस चालक घायल हो गये। उन्होंने बताया कि थाना जेवर पुलिस ने 75 नामजद व 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने साहिल, मोहित, सौरव, इंद्रजीत, अभिषेक, प्रवीण, चंदन, राहुल, नीरज, संदीप, सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और बाकी की पहचान की जा रही है।
दरअसल, सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए सेना के तीनों अंगों में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पहले पात्रता आयु साढ़े सत्रह वर्ष से 21 वर्ष के बीच तय की गई थी। बाद में अधिकतम आयुसीमा 23 वर्ष कर दी गई। भर्ती के बाद सेना में शामिल युवाओं को ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
