संतोष सिंह

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को आरोप लगाया कि मधुबनी जिले के एक मंदिर को उनके दर्शन करने के बाद धोया गया। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोग अपने निजी फायदे के लिए उनका पैर छूने में नहीं हिचकिचाए थे।

दलित समुदाय से आने वाले जीतन राम मांझी ने घटना को याद करते हुए कहा कि पिछले महीने विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के दौरान वो राजनगर विधानसभा क्षेत्र के ब्राह्मण बहुल तरही गांव स्थित परमेश्वरी स्थान गए थे। उन्होंने कहा,‘मेरे मंत्रिमंडलीय सहयोगी रामलक्षन रमन ने मुझे बताया कि मेरे मंदिर से जाने के बाद किस तरह मंदिर और वहां की प्रतिमाओं को धोया गया था, वह भी तब जब मैं किसी के अनुरोध पर मैं वहां गया था।’

मांझी रविवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा,‘जो लोग अपने निजी फायदे के लिए मेरा पैर छूने से नहीं हिचकते हैं, वही लोग इस तरह की भावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं, आप मुझे बताइए कि यह क्या है?’
किसी औपचारिक शिकायत के अभाव में मंदिर के पुजारी के खिलाफ अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।