जासूसी के कथित आरोप में पिछले 22 सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने उनसे मुलाकात की। कड़ी सुरक्षा के बीच जाधव के परिवार ने 25 दिसंबर को पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में उनसे मुलाकात की। भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह की मौजूदगी में जाधव की पत्नी और उनकी मां को कुल 30 मिनट का समय ही उनसे बातचीत करने के लिए मिल पाया। जाधव से मुलाकात के दौरान और बाद की कुछ घयनाएं सामने आई हैं, जिनमें पाकिस्तान में उनकी पत्नी और मां के साथ बदसलूकी होने की बात कही जा रही है।
हाल ही में एक वीडियो सामने आया है जिसमें जाधव से मुलाकात के बाद मंत्रालय से बाहर आईं उनकी पत्नी और मां को पाकिस्तानी पत्रकारों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। इस वीडियो में आप सुन सकते हैं कि जाधव की पत्नी और मां से पाकिस्तानी पत्रकार चीख-चीखकर असहज कर देने वाले सवाल पूछ रहे हैं। एक पत्रकार ने जाधव की पत्नी से पूछा ‘आपके पतिदेव ने हजारों बेगुनाह पाकिस्तानियों के खून से होली खेली हैं इस पर क्या कहेंगी आप’? इसके बाद एक अन्य पत्रकार ने जाधव की मां से पूछा ‘अपने कातिल बेटे से मिलने के बाद आपके क्या जज्बात हैं?’ इस वीडियो में आप यह भी देखेंगे कि इस प्रकार के सवाल सुनने के बाद जाधव की मां और पत्नी बहुत ही दुखी हैं और वे वापस मंत्रालय के अदंर चली जाती हैं।
#WATCH Islamabad: Pakistani journalists heckle & harass #KulbhushanJadhav‘s mother & wife after their meeting with him, shout, ‘aapke patidev ne hazaron begunah Pakistaniyo ke khoon se Holi kheli ispar kya kahengi?’ & ‘aapke kya jazbaat hain apne kaatil bete se milne ke baad?’ pic.twitter.com/MUYjPmHY6F
— ANI (@ANI) December 26, 2017
इससे पहले आईं खबरों के मुताबिक पाकिस्तान में जाधव की पत्नी के जूते तक जब्त करने की बाद सामने आई थी। इस मामले पर भारत ने गुस्सा दिखाया तो पाकिस्तान ने दलील की दी कि सुरक्षा कारणों के चलते जाधव की पत्नी के जूतों को जब्त किया गया था। इतना ही नहीं पाकिस्तान में जाधव से मिलने से पहले उनकी पत्नी और मां के आभूषणों को उतरवा दिया गया था और उनके कपड़े भी बदलवाए गए थे। इस मामले पर भारत ने मंगलवार को कहा था कि इस्लामाबाद के विदेश कार्यालय में जाधव और उनकी मां व पत्नी के बीच मुलाकात से पहले दोनों महिलाओं को मंगलसूत्र, चूड़ियां, और बिदी तक उतारनी पड़ी और यहां तक कि उन्हें अपने पोशाक भी बदलने पड़े। भारत ने इस मुलाकात में ‘विश्वसनीयता का अभाव’ बताया और कहा कि यह ‘भयभीत करने वाला’ था।