महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई के पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपों पर सीबीआई को 15 दिनों के अंदर एक आरंभिक जांच पूरी करने का निर्देश दिया है। इसी को लेकर देशमुख पर इस्तीफे का दबाव था। आज जब एक टीवी डिबेट में इस मुद्दे पर चर्चा हुई तो सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे का भी मुद्दा उठा। हालांकि, शिवसेना प्रवक्ता ने अपनी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि जब अमित शाह जेल गए थे, तो क्या मोदी ने कुर्सी छोड़ दी थी।

क्या बोले शिवसेना प्रवक्ता?: शिवसेना प्रवक्ता संजय गुप्ता ने अपनी पार्टी के बचाव में कहा, “अगर इस तरह के इतिहास की बात करें, तो सोहराबुद्दीन एनकाउंटर के अंदर अमित शाह जेल में गए थे। लेकिन नरेंद्र मोदी साहब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने तो इस्तीफा नहीं दिया था। जांच के 13-14 साल के बाद सीबीआई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। तो सीबीआई जांच के अनुसार या किसी पर चार्ज लगने के आधार पर तो सरकार नहीं गिरेगी। सरकार गिरने का फॉर्मूला तो अलग है।”

‘अनिल देशमुख से उद्धव ठाकरे ने नहीं मांगा था इस्तीफा’: शिवसेना प्रवक्ता ने देशमुख का बचाव करते हुए कहा कि सीबीआई जांच के आधार पर कोई दोषी तो नहीं हो जाएगा। क्या आरोपों के आधार पर सरकारें गिरने लग जाएंगी। मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे होने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा, “जांच के लिए हाईकोर्ट के जज की एक कमेटी बनाई गई थी कि वह जांच करेगी। लेकिन हाईकोर्ट को लगा है कि सीबीआई जांच करेगी, तो देशमुख का विवेक है अपना कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने संघीय ढांचे का सम्मान करते हुए इस्तीफा दे दिया।”

राकांपा बोली- पद पर बने रहना ठीक नहीं, भाजपा ने कहा- चौंकाने वाले खुलासे होंगे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ मंत्री नवाब मलिक ने अनिल देशमुख के इस्तीफे पर संवाददाताओं को बताया, ‘‘देशमुख ने राकांपा प्रमुख शरद पवार को बताया है कि पद पर बने रहना ठीक नहीं होगा क्योंकि सीबीआई उनके खिलाफ आरोपों की जांच कर रही है।’’ मलिक ने कहा कि देशमुख ने ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वह खुश हैं कि देशमुख ने इस्तीफा दे दिया। साथ ही कहा कि सीबीआई जांच में चौंकाने वाले कई सारे खुलासे होंगे।