राजस्थान कांग्रेस के विधायक और मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया, क्योंकि उन्होंने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा था। वहीं अब राजेंद्र गुढ़ा ने कहा है कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है और सीएम का इकबाल खत्म हो गया है।

मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद अशोक गहलोत पर बरसे राजेंद्र गुढ़ा

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वह विधानसभा में सीएम अशोक गहलोत से जवाब मांगेंगे और जब तक उनकी सांस चलेगी तब तक वह बोलते रहेंगे, भले ही उन्हें जेल में क्यों ना डाल दिया जाए। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पैरों में पट्टी बांधकर बैठे हुए हैं और वह मुख्यमंत्री हाउस में भी नहीं आते और ना ही कोई जवाब देते हैं।

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि यदि गृह विभाग किसी काबिल व्यक्ति के पास होता तो राजस्थान में अपराध कम होता। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि बहन-बेटियों के खिलाफ राजस्थान अत्याचार में नंबर वन है और यह मैं नहीं बल्कि आंकड़े बोल रहे हैं।

राजेंद्र गुढ़ा ने पुलिस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पुलिस हर महीने घूस ले रही है और दारू बिक रही है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब को पुलिस एस्कॉर्ट करती है, ताकि उसे कोई पकड़े ना। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जब तक मैं मंत्रिमंडल में था, उस दौरान भी बोलता था और विधानसभा में भी बोलता रहा हूं।

राजस्थान अपराध में नंबर वन: कांग्रेस विधायक

दाह-संस्कार को लेकर बने कानून पर राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “अब इन्होंने एक कानून बनाया है कि कोई व्यक्ति आक्रोश में दाह संस्कार नहीं करता तो वह 5 साल जेल में डाल दिया जाएगा। कोई प्रोटेस्ट नहीं कर सकता। यह कैसा कानून है? महिलाएं हमारे प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं। राजस्थान महिला उत्पीड़न के मामले में नंबर वन बन गया है। राजस्थान में महिलाओं की क्या स्थिति है? मुझे बर्खास्त करने से कुछ नहीं होगा, बहन और बेटियों में सुरक्षा का भाव होना चाहिए।”