जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A हटाए जाने के फैसले के बाद बीजेपी इसके पीछे के तर्क को समझाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू करने की तैयारी में है। ‘द प्रिंट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने 1 सितंबर से एक महीने के जन संपर्क कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए टियर -1 और टियर -2 शहरों में 370 स्थानों पर छोटी बैठकें और छोटे कार्यक्रमों के अलावा 35 मेगा रैलियां आयोजित की जाएंगी। जम्मू और कश्मीर के अन्य स्थानों में बारामूला, सोपोर और श्रीनगर में भी राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “सरकार का अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का निर्णय ऐतिहासिक है और इसे जिला स्तर से शहरों तक पहुंचाने के लिए संपर्क कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, मंत्री, सांसद, भाजपा के पदाधिकारी भी इसमें भाग लेंगे और लोगों को इस फैसले के पीछे के कारणों और राष्ट्र के लिए कैसे हितकारी है, इसके बारे में बताएंगे।” भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी यह संदेश देना भी सुनिश्चित करेगी कि कश्मीरियों के साथ बुरा व्यवहार न किया जाए। द प्रिंट ने उस नेता के हवाले से बताया, “लोगों के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे कश्मीरियों के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए और उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए।”
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि जन संपर्क कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में 35 शहरों में रैलियों को देखा जाएगा, जहां भाजपा के मुख्यमंत्री और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व सहित वरिष्ठ नेता लोगों को अनुच्छेद 370 के हनन के लाभों पर संबोधित करेंगे। चरण दो में यह कार्यक्रम टियर II और टियर III शहरों में 370 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “इनमें से सात स्थान जम्मू-कश्मीर के अंतर्गत आते हैं।” पार्टी ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति भी बनाई है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ज्यादातर दलों ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और श्रीनगर जाने की कोशिश करने वाले विपक्षी नेताओं को छोड़कर इस कदम का स्वागत किया है।