राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद पांच जुलाई को, लगभग चार साल बाद किसी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। 5 जुलाई को राजद का स्थापना दिवस है। राजद 25 वें स्थापना दिवस को सिल्वर जुबली कार्यक्रम के रूप में मना रहा है। 5 जुलाई को ही रामविलास पासवान की जयंती भी है। राजद की तरफ से पहले ही घोषणा की गयी है कि पार्टी की तरफ से इसे राज्य भर में मनाया जाएगा।

राजद नेता तेजस्वी यादव के देखरेख में पार्टी के स्थापना दिवस को लेकर तैयारी तेज कर दी गयी है। हालांकि पार्टी की तरफ से कहा गया है कि कोरोना गाइडलान के अनुसार बड़े पैमाने पर कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे। पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे। कार्यक्रम का उद्धाटन लालू प्रसाद ही करेंगे। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि पांच जुलाई को राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के नेता 25-25 पौधे भी लगाएंगे।

सबकी पार्टी है राजद- तेजस्वी: राजद नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 25 सालों के कठिन परिश्रम के दम पर यह पार्टी ख़ड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि आरजेडी किसी जाति या धर्म की पार्टी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी का विस्तार नए क्षेत्रों में भी हो रहा है।

लगातार बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच लालू प्रसाद स्थापना दिवस कार्यक्रम में किन बातों पर जोर देंगे इसे लेकर सबकी निगाहें होगी। बताते चलें कि हाल के दिनों में राजद की तरफ से लगातार यह दावे होते रहे हैं कि आने वाले समय में राज्य की एनडीए सरकार गिर जाएगी। जदयू और राजद दोनों ही दलों की तरफ से एक दूसरे को तोड़ने का दावा किया जा रहा है।

गौरतलब है कि साल 1997 में जनता दल के अध्यक्ष पद से हटने के बाद लालू प्रसाद ने राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया था। लालू प्रसाद के नेतृत्व में जनता दल के प्रदेश इंकाई के कई नेताओं ने जनता दल छोड़कर राजद का दामन थाम लिया था।