अधीर रंजन चौधरी के भाषण का वो हिस्‍सा लोकसभा की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटा दिया गया, जिसमें उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना नीरव मोदी से की थी। इसके साथ ही अधीर रंजन ने पीएम मोदी को अंधा राजा भी बताया था। इसे लेकर लोकसभा में भारी हंगामा हुआ था। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए अधीर रंजन ने कहा, देश के मुखिया होने के नाते पीएम मोदी को मणिपुर के लोगों से मन की बात करनी चाहिए थी। पीएम मोदी हर मुद्दे पर कुछ न कुछ बोलते हैं, पर मणिपुर पर वे मौन हैं। ये अनुचित है हम इसकी निंदा करते हैं। मणिपुर से दो सांसद हैं उन्‍हें भी बोलने का अवसर नहीं दिया जा रहा है।

संसद में प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के साथ ही विपक्ष के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा खत्म हो गई। इस प्रस्‍ताव पर तीन दिनों से चर्चाए हो रही थी। इसमें पक्ष एवं विपक्ष के तमाम नेताओं ने अपनी राय रखी और एक दूसरे पर जमकर आरोप- प्रत्‍यारोप लगाए। लोक सभा में विरोधी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। साथ ही अधीर रंजन के भाषण के कुछ विवादित अंश को भी लोकसभा सचिवालय ने कार्यवाही से हटा दिया है। अब बताया जा रहा है इसको लेकर विरोधी दल प्रदर्शन करने की तैयारी में लगे हुए हैं।

अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के मुद्दे पर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने एक बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी के सभी सांसद हिस्‍सा लेंगे। यह बैठक संसद में ही बुलाई गई है। सुबह तकरीबन 10: 30 बजे होगी। बताया जा रहा है कि बैठक में मोदी सरकार को घेरने के लिए आगामी रणनीति बनाई जाएगी।