पेगासस पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत पूरा विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है। अब इसकी आंच बजट सत्र तक भी पहुंचती दिख रही है। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अध्यक्ष ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है। इस पत्र में उन्होंने आईटी मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मांग की कि पेगासस मुद्दे पर सदन को जानबूझकर गुमराह करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव शुरू किया जाए। अधीर रंजन चौधरी ने लिख-“पेगासस मुद्दे ने पिछले साल संसद के मानसून सत्र को हिलाकर रख दिया था और विपक्षी दलों ने इस पर चर्चा की मांग की थी।”
उन्होंने आगे कहा- “सरकार, सदन के पटल पर, हमेशा यह कहती रही कि उसका पेगासस स्पाइवेयर से कोई लेना-देना नहीं है और उसने कभी भी एनएसओ समूह से स्पाइवेयर नहीं खरीदा। पेगासस की खरीद और तैनाती को लेकर सीधे तौर पर सवाल किए जाने पर मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से भी झूठ बोला”। उन्होंने आगे कहा कि तब सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वह पेगासस मुद्दे पर सभी आरोपों से इनकार करती है।
बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत सरकार ने पेगासस को 2017 में इजरायल से खरीदा था। इस समय पीएम मोदी इजरायल की यात्रा पर थे। तब भारत ने इजरायल के साथ दो बिलियन डॉलर का रक्षा सौदा किया था। दावा किया गया है कि इसी के तहत पेगासस खरीदा गया था।
इस खुलासे के बाद भी अभी तक ना तो मोदी सरकार ने, ना ही इजरायल ने यह स्वीकार किया है कि भारत ने यह स्पाइवेयर खरीदा है। पहली बार पिछले साल इसे लेकर खुलासा किया गया था कि सरकार ने इसके जरिए विपक्षी नेताओं, बिजनसमैन, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की निगरानी की थी। जिस पर काफी हंगमा मचा था। संसद में विपक्ष सरकार पर हमलावर रही थी। अब एक बार फिर से इस पर हुए नए खुलासे ने मोदी सरकार को संकट में डाल दिया है।