पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार पर सीधा हमला बोला था। कपिल सिब्बल ने कहा था कि गांधी परिवार को किसी और के लिए पद छोड़ देना चाहिए। वहीं, कपिल सिब्बल के इस बयान के बाद पार्टी के कई नेताओं ने उन पर निशाना साधा है। पार्टी के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “कपिल सिब्बल कहां के नेता हैं, मुझे पता नहीं।”

कपिल सिब्बल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “जब वह (कपिल सिब्बल) यूपीए सरकार में मंत्री थे तो चीजें अच्छी थीं, अब जब यूपीए सत्ता में नहीं है तो उन्हें बुरा लग रहा है।” जी-23 के सदस्यों में कपिल सिब्बल हालिया समय में पार्टी नेतृत्व (गांधी परिवार) के खिलाफ मुखर रहे हैं।

अधीर रंजन चौधरी ने जी-23 के सदस्यों पर निशाना साधते हुए कहा, “उन्हें (जी-23) सत्ता से बाहर रहने की आदत नहीं है। इसलिए वे आलोचना के जरिए खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे नहीं मालूम कि उनका (कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल) जनाधार क्या है।”

कपिल सिब्बल द्वारा दिए गए इंटरव्यू पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के लोकसभा सांसद ने कहा, “उन्हें (कपिल सिब्बल) इस बात का उदाहरण पेश करना चाहिए कि वह कांग्रेस के समर्थन के बिना कुछ कर सकते हैं, अपनी विचारधारा के लिए अपने दम पर लड़ सकते हैं। वरना, एसी कमरे में बैठकर केवल इंटरव्यू देने का क्या फायदा है?”

कपिल सिब्बल ने हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने एक बार फिर पार्टी नेतृत्व पर सीधा निशाना साधा था। सिब्बल ने कहा था कि सीडब्ल्यूसी के बाहर भी एक कांग्रेस है, जिसमें नेताओं का नजरिया इससे बिल्कुल अलग है। सिब्बल ने कहा था कि उन्हें ‘सब की कांग्रेस’ चाहिए, जबकि कुछ लोग ‘घर की कांग्रेस’ चाहते हैं। कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी पर भी सवाल उठाए और कहा कि वह पार्टी के अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन सभी फैसले लेते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “राहुल गांधी पहले से ही वास्तविक अध्यक्ष हैं। तब क्यों कहा जा रहा है कि वे (राहुल गांधी) पार्टी की कमान वापस ले लें।”