लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चल रही बहस के तीसरे दिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। अधीर रंजन ने कहा कि देश का मुखिया होने के नाते पीएम मोदी को मणिपुर के लोगों के सामने मन की बात करनी चाहिए थी। हमारी से मांग कोई गलत मांग नहीं थी। अधीर रंजन ने कहा कि मोदी 100 बार देश के पीएम बनें, हमें कोई लेना देना नहीं। हमें देश के लोगों से लेना देना है। अधीर रंजन ने कहा कि पीएम मोदी हर चीज में कुछ न कुछ बोलते हैं लेकिन मणिपुर पर वे चुप हैं। हमें ये बिल्कुल पसंद नहीं हैं। मणिपुर से दो सांसद हैं। उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा सकता।

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन के भाषण शुरू करने के कुछ देर में ही पीएम मोदी भी लोकसभा में पहुंचे। इस पर अधीर रंजन ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की ताकत देखिए, हम पीएम मोदी को खींचकर सदन में लाए हैं। यह संसदीय परंपराओं की राकत है। अधीर रंजन ने कहा कि हम चाहते थे कि पीएम मोदी मणिपुर पर चर्चा में हिस्सा लें लेकिन उन्होंने न जाने क्यों सदन में न आने की कसम खाई थी। हमने पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने का नहीं सोचा था, लेकिन हमें लाना पड़ा।

नीरव मोदी को लेकर कसा तंज

अधीर रंजन ने नीरव मोदी का नाम लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। इसे लेकर लोकसभा में जमकर हंगामा भी हुआ। अधीर रंजन ने कहा कि नीरव मोदी विदेश में घूमते रहते हैं उनकी फोटो दिखती रहती है हमें लगा नीरव मोदी विदेश चले गया और उसके बाद नीरव मोदी ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी में दिख रहे हैं।

लोकसभा में हुआ हंगामा

अधीर रंजन ने अपने भाषण में मणिपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जहां का राजा अंधा होता है, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है। अधीर रंजन के इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ। गृहमंत्री अमित शाह की ओर से इस पर आपत्ति जताई गई।

सिंधिया ने दिया जवाब

अधीर के बयान का का केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जवाब दिया। उन्होंने अधीर रंजन चौधरी ने पूछा कि मणिपुर के सांसद क्यों नहीं बोल रहे, उस वक्त जब आपकी सरकार (1993) केंद्र और राज्य में थी मणिपुर के सांसद ने रोते-रोते संसद में कहा था कि राज्य सरकार कुछ नहीं कर सकती। सिंधिया ने कहा कि कृपया ये मान लीजिए कि मणिपुर भारत का ही हिस्सा है। सिंधिया ने इस दौरान मुजफ्फर वारसी का शेर सुनाते हुए कहा कि ‘औरों के खयालात की लेते हैं तलाशी, अपने गिरेबान में झांका नहीं जाता’। सिंधिया जब बोल रहे थे तब पीछे से आवाज आई कि वो दो साल में चेंज हो गए। इस पर सिंधिया ने कहा कि आपने ही चेंज कराया मुझे, कान खोलकर सुन लो, अब मेरा मुंह मत खुलवाना।