विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक मुंबई में 31 अगस्त को शुरू हुई और 1 सितंबर 2023 तक चलेगी। इस मीटिंग में विपक्ष की 28 पार्टियां भाग ले रही हैं। वहीं महाराष्ट्र की दो भाजपा विरोधी पार्टियां इसमें शामिल नहीं होंगी। इनमें प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) और राजू शेट्टी के नेतृत्व वाला स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (SSS) शामिल हैं।

वंचित बहुजन अघाड़ी

वीबीए अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि वह मुंबई में इंडिया कॉन्क्लेव में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा, “मुझे इंडिया मीट के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है। इसलिए, इसमें भाग लेने का मेरा सवाल ही नहीं उठता।” हालांकि, वीबीए ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) के साथ गठबंधन किया है, लेकिन पार्टी ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है कि वह राज्य विपक्षी गठबंधन, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा होगी या नहीं। MVA में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाला एनसीपी गुट शामिल है।

प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस ने हमें INDIA की बैठक में शामिल होने के लिए कोई निमंत्रण नहीं दिया है। उन्होंने कहा, “जब तक चीजें पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो जातीं कि इंडिया मीट में शामिल होने या न होने का क्या मतलब है।”

समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ आना चाहिए

VBA नेता ने कहा कि अहम सवाल यह है कि क्या INDIA गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी से सीधे लड़ने के लिए गंभीर है या नहीं। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा मानता हूं कि सभी समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दलों को एक साथ आना चाहिए और काम करना चाहिए लेकिन फिर प्रत्येक दल के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए।”

वीबीए प्रमुख ने कहा कि एनसीपी की स्थिति भी भ्रमित करने वाली है। एक तरफ, अजित पवार का एनसीपी गुट महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन सरकार में शामिल हो गया है। वहीं, शरद पवार गुट INDIA के साथ है. उन्होंने कहा कि एनसीपी का कहना है कि वह विभाजित नहीं हुई है बल्कि सिर्फ मतभेद हैं। इसलिए, सब कुछ बहुत भ्रमित करने वाला है।

स्वाभिमानी शेतकारी संगठन

फार्म यूनियन एसएसएस के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एमवीए ने उन्हें इंडिया कॉन्क्लेव में आमंत्रित किया था, लेकिन पिछली एमवीए सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण वह बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं।

शेट्टी जब एमवीए गठबंधन का हिस्सा थे, लेकिन कृषि मुद्दों पर इससे बाहर हो गए थे। एमवीए छोड़ते समय शेट्टी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को एक पत्र लिखा था, जिसका उन्हें जवाब नहीं मिला था। उन्होंने कहा, “पिछले एक साल में (एमवीए) के एक भी नेता ने हमसे संपर्क नहीं किया। अब जब चुनाव नजदीक हैं तो उन्होंने ऐसा करने का फैसला किया है। साथ ही हमारी सहमति लिए बिना वे यह घोषणा करने के लिए आगे बढ़ गए कि मैं बैठक में भाग लूंगा।” शेट्टी ने कहा कि पटोले ने पिछले हफ्ते गठबंधन के कार्यक्रम के लिए निमंत्रण देने के लिए उनसे संपर्क किया था।

विपक्षी समूह के कार्यक्रम में उनकी भागीदारी पर सस्पेंस बना हुआ था क्योंकि शेट्टी ने अपने पत्ते खोलने से परहेज किया था। हालांकि, अब उन्होंने कहा कि हमें हल्के में नहीं लिया जा सकता है और इसलिए हमने कृषि मुद्दों के लिए न्याय की खोज में अकेले जाने का फैसला किया है।” इस बीच, एमवीए नेताओं ने विश्वास जताया कि शेट्टी महाराष्ट्र में भाजपा विरोधी गठबंधन का हिस्सा होंगे।