भाजपा में शामिल हुए आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील रिंकू और विधायक शीतल अंगुराल को ‘वाई कैटेगरी’ सुरक्षा मिली है। केंद्र सरकार ने उन्हें ‘वाई कैटेगरी’ सुरक्षा दी है। दोनों नेता जब बीजेपी में शामिल हुए उसके बाद से ही पंजाब की भगवंत मान सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती कर दी थी। लेकिन अब उन्हें केंद्र सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई है।

CRPF जवानों के कंधे पर होगी सांसद के सुरक्षा की जिम्मेदारी

सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CRPF जवानों के कंधे पर होगी। सुशील रिंकू की सुरक्षा में 18 और विधायक शीतल अंगुराल की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। ये सभी जवान तीन शिफ्ट में दोनों नेताओं की सुरक्षा करेंगे।

सुशील रिंकू के भाजपा में शामिल होने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। सुशील रिंकू और शीतल अंगुराल का पुतला भी आप कार्यकर्ताओं ने फूंका था। साथ ही विरोध प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं के घरों की ओर जाती सड़क पर लगे साइनबोर्ड भी तोड़ दिए थे।

सुशील रिंकू के पास पहले चार पुलिसकर्मी और 4 स्पेशल ट्रेंड कमांडो सुरक्षा के लिए मौजूद थे। मगर उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद पंजाब सरकार ने 4 कमांडो वापस बुला लिए। इसके बाद उनकी सुरक्षा को लेकर भाजपा नेताओं ने जिला चुनाव अधिकारी (डीसी जालंधर) हिमांशु अग्रवाल को पत्र लिखा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ।

AAP ने बनाया था प्रत्याशी

सुशील कुमार पहले कांग्रेस में थे और फिर आप में शामिल हो गए। आप ने उन्हें जालंधर उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। तो वहीं आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रिंकू को आम आदमी पार्टी ने प्रत्याशी भी बनाया था लेकिन उन्होंने आप छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली।

बीजेपी में शामिल होने के बाद सुशील कुमार रिंकू ने कहा था, ”मेरा सिर्फ एक ही मकसद है कि देश में जिस तरह पंजाब से लगते सूबे की तरक्की हो रही है, देश भी आगे बढ़ रहा है, उसकी तुलना में पंजाब में कमी है। खासकर यह कमी मेरे संसदीय क्षेत्र में नजर आ रही है। हम विकास में काफी पीछे हैं।”