Delhi Vidhan Sabha Chunav: दिल्ली में चुनावी बिगुल बज चुका है। आप और भारतीय जनता पार्टी के बीच में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी बीच, अब बीजेपी ने मंगलवार को आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के प्रचार खर्च पर सीएजी की कथित रिपोर्ट के आंकड़े पेश किए। इसमें दावा करते हुए कहा कि विज्ञापन पर खर्च की गई राशि कई योजनाओं के लिए आवंटित राशि से ज्यादा है।

बीजेपी ने दावा किया कि बिजनेस ब्लास्टर्स योजना के लिए 54.08 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जबकि इसके प्रचार पर 80.02 करोड़ रुपये खर्च किए गए। साथ ही, देश के मेंटर्स योजना के लिए 1.9 करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जबकि इसके विज्ञापन पर 27.90 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसी तरह पराली मैनेजमेंट स्कीम के लिए 77 लाख रुपये आवंटित किए गए, जबकि इसके प्रचार पर 27.89 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

विज्ञापन पर ज्यादा खर्च किए

स्मॉग टावरों के निर्माण पर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च नहीं किए गए, लेकिन बीजेपी ने कहा कि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसके विज्ञापन पर 5.88 करोड़ रुपये खर्च किए गए। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मीडिया से बातचीत में कहा, अरविंद केजरीवाल और आतिशी लगातार दिल्ली विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट सार्वजनिक करने से क्यों बचते रहे हैं? अदालत की फटकार के बावजूद दिल्ली सरकार ने सीएजी रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं की है, जिससे केजरीवाल का डर साफ झलकता है।

आचार संहिता क्या होती है?

आम आदमी पार्टी ने दावों को खारिज किया

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था , केजरीवाल सरकार ने इन चार योजनाओं के बहाने आत्म-प्रचार के लिए सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया। वहीं आम आदमी पार्टी ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया। उसने कहा कि सीएजी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में आई है और अभी तक उसे पेश नहीं किया गया है। इस बीच, बीजेपी अपने नैरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रही है, क्योंकि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नैरेटिव युद्ध हार चुकी है। बता दें कि दिल्ली में अगले महीने पांच फरवरी को एक ही फेज में 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी और तीन दिन बाद यानी 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। पढ़ें पूरा शेड्यूल…