दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया है। एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि 14 फरवरी को आम आदमी पार्टी की सरकार का एक साल पूरा होने जा रहा है। लोगों ने इस उम्मीद में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया कि वे जनता की भलाई के लिए काम करेंगे।

मुखर्जी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों को पार्टी से बाहर निकाल दिया क्योंकि वे आम आदमी पार्टी में पारदशिर्ता और एक व्यक्ति एक पद की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आप मोहल्ला सभाओं का झूठ फैलाकर यह कहा है कि आॅड-ईवन को दोबारा चालू करने के लिए मोहल्ला सभाओं का आयोजन किया गया है जबकि एक आम आदमी को इन मोहल्ला सभाओं में भाग लेने का कोई निमंत्रण तक नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि आशीष खेतान जो रोज मीडिया में आम आदमी पार्टी का पक्ष रखते नजर आते हैं उनको कैबिनेट रैंक का दर्जा देकर दिल्ली डॉयलाग कमीशन का वाईस चैयरमेन बनाया और उन्हें सरकारी मकान, गाड़ी, वेतन तथा मुफ्त बिजली, आफिस स्टाफ तथा देश में कहीं पर भी घूमने की निशुल्क सेवाएं प्रदान की गईं। नगेंद्र शर्मा जो आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उनको 1.15 लाख रुपए वेतन के साथ केजरीवाल का मीडिया सलाहकार बनाया गया।

दिल्ली सरकार में 200 से ज्यादा आम आदमी पार्टी के वालियंटर को को-टर्मिनस बेसिस पर नियुक्त किया गया तथा दिल्ली जल बोर्ड में भी आम आदमी पार्टी के वालियंटर साईंस स्नातकों को 11986 रुपए की वेतन पर रखा गया। उन्होंने कहा कि बड़ी अजीब बात है कि जहां एक तरफ तो आइएएस अधिकारी को शुरुआत में 50-54 हजार का वेतन प्रतिमाह मिलता है वहीं दूसरी ओर केजरीवाल आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को लाखों रुपए प्रतिमाह के वेतन पर नियुक्त कर रहे हैं। भाई भतीजावाद का इससे बड़ा उदाहरण कोई नहीं हो सकता।