आम आदमी पार्टी को लेकर बड़ी खबर है। महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इस बीच बड़ी खबर यह आ रही है कि आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव न लड़ने का संकेत दिया है। पार्टी दोनों ही राज्यों में चुनाव नहीं लड़ेगी और उसका पूरा फोकस दिल्ली विधानसभा चुनाव पर है।

हरियाणा में हुई AAP की करारी हार

हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हैं और आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है। आम आदमी पार्टी हरियाणा में 88 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 87 सीटों पर उसके उम्मीदवारों की बुरी तरह हार हुई थी। आम आदमी पार्टी की महाराष्ट्र यूनिट कुछ सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है लेकिन आलाकमान अब शायद ही मंजूरी दे।

बीजेपी को मिल सकता है फायदा?

आलाकमान को लगता है कि अगर महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव आम आदमी पार्टी लड़ती है और वह बुरा प्रदर्शन करती है तो इसका नेगेटिव असर दिल्ली विधानसभा चुनाव पर होगा। इससे बीजेपी को परसेप्शन बनाने में मदद मिलेगी। ऐसे में पार्टी ने फैसला किया है कि वह महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि इंडिया गठबंधन को समर्थन देगी। हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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झारखंड और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी का संगठन मजबूत नहीं है। ऐसे में पार्टी चुनाव से दूरी बना सकती है। हाल ही में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी को जम्मू कश्मीर की एक विधानसभा सीट पर जीत मिली है। इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इंडिया गठबंधन को समर्थन देने की घोषणा की थी।

हालांकि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव भी आम आदमी पार्टी ने अकेले ही लड़ा था। वहीं हरियाणा में भी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा था लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

तीन महीने में हो सकते हैं चुनाव

दिल्ली में जनवरी-फरवरी महीने में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। यानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव में बस तीन से चार महीने ही बाकी है। ऐसे में आम आदमी पार्टी कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहती, जिससे भाजपा को उसके खिलाफ नेरेटिव बनाने में मदद मिले।