Lok Sabha Elections: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इंडिया अलांयस के तहत चुनाव लड़ रही हैं। लेकिन पंजाब में ये गठबंधन नहीं हुआ है। कांग्रेस और आप चंडीगढ़, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, गोवा में मिलकर चुनावी मैदान में उतरे हैं। सीटों का बंटवारा भी तय हो चुका है। पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ने के फैसले के चलते अब कांग्रेस और आप अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम तय करने की कवायद तेज कर दी है। इस संबंध में आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर पीएसी की मीटिंग बुलाई है।
दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर आप और कांग्रेस पार्टी के बीच समझौता हुआ है। इसमें से चार पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी। जिन सीटों पर आप अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी उनमें नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी चांदनी चौक, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी नई दिल्ली सीट के लिए मालवीय नगर विधायक सोमनाथ भारती और एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय जैसे वरिष्ठ नेताओं के नामों पर मंथन कर रही है। वहीं, पश्चिमी दिल्ली के लिए द्वारका के पूर्व विधायक महाबल मिश्रा जो 2022 में आप में शामिल हुए थे और आप मोती नगर विधायक शिव चरण गोयल के नाम पर विचार कर रही है। मिश्रा पश्चिमी दिल्ली के पूर्व सांसद थे और कांग्रेस में रहते हुए तीन बार दिल्ली विधानसभा में विधायक चुने गए थे।
इन विधायकों के नाम पर भी चर्चा
दक्षिणी दिल्ली सीट के लिए तुगलकाबाद विधायक सही राम और छतरपुर विधायक करतार सिंह तंवर के नाम पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। पूर्वी दिल्ली सीटों के लिए नामों की तस्वीर अभी कुछ साफ नहीं है। हालांकि, कोंडली विधायक कुलदीप कुमार संभावित नामों से एक हो सकते हैं। आज अंतिम चर्चा की जाएगी और सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा सकता है।
कांग्रेस पार्टी भी कर रही विचार विमर्श
भारतीय जनता पार्टी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर 56 फीसदी से ज्यादा वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की थी। कांग्रेस को 22 प्रतिशत से अधिक वोट मिले जबकि आम आदमी पार्टी को 18 फीसदी वोट शेयर ही संतोष करना पड़ा था। इस बीच, कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार, तीन सीटों पर कई उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। चांदनी चौक से अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को पूर्वोत्तर दिल्ली से उतारा जा सकता है। एनएसयूआई के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी प्रभारी कन्हैया कुमार की भी दावेदारी मानी जा रही है। उत्तर पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के पूर्व सांसद और कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज के साथ-साथ दिल्ली के पूर्व मंत्री जय किशन को टिकट के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।