बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद एक अच्छे वक्ता माने जाते हैं। वो अपनी बातों से विरोधियों को भी चुप करवा देते हैं। एक बार आजतक के शो में उन्होंने एफडीआई के समर्थन में वोट देने की बात को सही ठहराते हुए कहा था कि जब यह हो जाएगा तो एक ही तरह के कई आइटम मिलने लगेंगे देश में। उन्होंने कहा था कि 100-100 तरह के मछली ही मछली मिलने लगेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम चिकन, मटन भी अच्छा बनाते हैं।
लालू प्रसाद ने कहा था कि मैं कांग्रेस के साथ हूं मैंने एफडीआई के पक्ष में वोट भी दिया था और दिलवाया भी था। देश में पूंजी और पैसा आना ही चाहिए,अकेले मैं ही नहीं कहता हूं। जिस दिन फैसला हुआ उस दिन सेंसेक्स हाई चला गया था। बहुत पत्रकार मित्र कह रहे थे कि लालू यादव अच्छा मछली बनाते हैं। ये बात सही है मछली हम बनाते हैं, मटन भी बनाते हैं। जब आप बिहार आएंगे तो सामने में बनाकर खिलाएंगे।
एंकर ने सवाल किया कि लालू जी आपने तो नॉनवेज खाना छोड़ दिया था? लालू प्रसाद ने कहा कि छोड़ दिए थे, लेकिन फिर हम शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि छोड़े थे, लेकिन खाते हैं। कुछ था कारण तो हम माफी मांगकर खाने लगे।
भगवान ने सपना दिया था कि मत खाओं तो कुछ नहीं बिगड़ेगा। लेकिन बर्दाश्त नहीं हुआ तो फिर खाना शुरू कर दिया। लेकिन अब कम कर दिया है, ज्यादा नहीं खाता हूं।
लालू प्रसाद से जब एंकर ने पूछा कि क्या आपका यूपीए में अब भाव कम हो गया है? उन्होंने कहा कि मेरा भाव मार्केट में हमेशा अप रहता है। भले ही हम कम सीट जरूर लेकर आए हैं। हम अकेले लड़े 10 हजार 15 हजार से हार गए। ऐसा नहीं है कि मेरा आदर सम्मान कम हुआ है। उन्होंने कहा की कल की राजनीति क्षेत्रीय दल ही तय करेगी।